भयानक हादसे से भारत में नए साल की शुरुआत, वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़, 13 की मौत
टीम इंस्टेंटखबर
भारत में नए साल की शुरुआत एक भयानक हादसे से हुई है जिसमें 13 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर में नए साल के मौके पर माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मचने पर अभी तक 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं जिनमें से कई की हालत गंभीर है.
अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई थी. घटना त्रिकुटा पर्वत पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर की है. अधिकारियों के अनुसार नए साल की शुरुआत के मौके पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन करने पहुंचे हैं. इसी दौरान भगदड़ मच गई. अधिकारियों ने कहा कि कई लोग मृत पाए गए हैं और उनके शवों को पहचान और अन्य कानूनी औपचारिकताओं के लिए अस्पताल भेजा गया है.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग ने बताया कि इस भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई है और 13 लोग घायल हुए हैं. बचाव कार्य जारी है.
इस सब के बीच बड़ा सवाल है कि आखिर ये हादसा क्यों और कैसे हुआ. इसकी सीधी वजह ज्यादा भीड़ को बताया जा रहा है. इससे जुड़ा एक वीडियो भी आया है, जिसमें नजर आ रहा है कि श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा है.
इस वीडियो में इलाके में जो भीड़ दिख रही है उससे इस तरह का नतीजा निकलना कोई बड़ी बात नहीं. हालांकि प्रशासन का कहना है कि क्राउड मैनेजमेंट के बावजूद लोग बाज नहीं आए और माहौल को खराब किया.
प्रशासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भीड़ ज्यादा थी और इसी दौरान वहां दो समूहों के बीच बहस और उसके बाद धक्कामुक्की हो गई. इससे भगदड़ मची और हादसा हुआ. वहीं चश्मदीदों का कहना है कि तय संख्या से ज्यादा लोगों को अंदर प्रवेश के लिए जरूरी पर्ची दी गई जिसके चलते वहां भीड़ हो गई. कई चश्मदीदों ने ये भी दावा किया है कि रास्ते में कहीं भी पर्ची की चेकिंग नहीं हो रही थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है, ‘माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. घायल शीघ्र स्वस्थ हों. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, मंत्री जितेंद्र सिंह और नित्यानंद राय से बात की और स्थिति का जायजा लिया.’
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय ने ट्वीट कर बताया, ‘भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों के इलाज का खर्च श्राइन बोर्ड उठाएगा.