सपा प्रवक्ता ने राहुल को बताया मंदबुद्धि
लखनऊ:
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं, जिसके बाद से कहा जाने लगा कि उसने INDIA गठबंधन को तरजीह नहीं दी. वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी 22 उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया. इसी के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में तलवारें खिंच गईं. अब एक सपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी को मंदबुद्धि करार दिया है, जिसके बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है.
हुआ यूं कि सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट किया. उनका कहना है कि महागठबंधन की पहल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है. उन्होंने एक-एक पार्टी को जोड़ा और गठबंधन का नेता उन्हें नहीं माना गया. इसके बजाय कांग्रेस खेल करने पर उतर आई है. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाने पर लिया.
उनका कहना है कि 2019 में चौकीदार चोर है की बात राहुल गांधी ने कही थी. उस मंदबुद्धि राहुल गांधी के सहारे कांग्रेस अपने बल-बूते नरेंद्र मोदी को हराने चली है, जोकि असंभव है. आईपी सिंह ने कहा, ‘जो व्यक्ति अपने सगे भाई वरुण गांधी को नहीं जोड़ पाया वह झूठा मोहब्बत बांट रहा है.’ उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस की सात पुश्तें भी समाजवादी पार्टी का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी. वैसे भी राहुल गांधी वंशहीन हैं. सपा नेता ने इटली का भी जिक्र किया और कहा कि राहुल गांधी के लिए ननिहाल उपयुक्त जगह है.
सपा नेता के इन बयानों की भाषा को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता अनिल यादव का कहना है कि सपा प्रवक्ता की भाषा को देखिए. ये किस तरह की भाषा है. इनके दिल में राहुल गांधी के लिए नफरत भरी हुई है. साथ ही साथ उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ‘जी’ के लिए कितना प्रेम है. अनिल यादव ने उम्मीद जताई है कि आईपी सिंह को समाजवादी पार्टी राजनीति में नैतिकता का पाठ जरूर पढ़ाएगी. उन्होंने दावा किया है कि आईपी सिंह पीएम मोदी की पार्टी से आए हैं और वहां फिर वापस जाएंगे.
जब से कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश में किनारे किया है तभी से दोनों पार्टियां आमने-सामने आ गई हैं. यहां तक कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने साथ धोखा करार दिया है. वहीं, कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि अखिलेश-वखिलेश को छोड़िए. कांग्रेस की ओर से आ रहे बयानों पर सपा नेता रामगोपाल यादव की भी तीखी टिप्पणी सामने आई है. उन्होंने कांग्रेस नेताओं को छुटभैये करार दिया है.