सपा ने नमाज़ के लिए विधान भवन में माँगा कमरा, केशव मौर्य ने बताया तुष्टिकरण की ‘घटिया राजनीति’
लखनऊ ब्यूरो
झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन सरकार ने विधानसभा की नयी ईमारत नमाज़ पढ़ने के लिए एक कमरे का आबंटन किया है जिसपर भाजपा विरोध दर्ज लगातार दर्ज करा रही है और हनुमान मंदिर की स्थापना की मांग कर रही है. झारखण्ड की तर्ज़ पर समाजवादी पार्टी के विधायक इरफ़ान सोलंकी ने यूपी के विधान भवन में प्रार्थना कक्ष की मांग कि जिसपर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने बरसते हुए इसे तुष्टिकरण की ‘घटिया राजनीति’ बताया और कहा कि विधानसभा हो या लोकसभा हो या कोई भी सरकारी स्थान हो तो वहां इस प्रकार की व्यवस्था होनी नहीं चाहिए.
सपा विधायक की मांग के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ”यह तुष्टिकरण की घटिया राजनीति है और इस तरह की राजनीति करने का काम बंद होना चाहिए. इससे न देश को, न प्रदेश को और न ही जनता को कुछ हासिल होने वाला है.”
कानपुर में सीसामऊ निर्वाचन क्षेत्र से विधायक इरफ़ान सोलंकी ने मंगलवार को कहा था, “मैं पिछले 15 सालों से विधायक हूं. कई बार जब विधानसभा की कार्यवाही चल रही होती है तो हम मुस्लिम विधायकों को नमाज अदा करने के लिए विधानसभा से बाहर जाना पड़ता है. अगर विधानसभा में नमाज के लिये एक छोटा प्रार्थना कक्ष हो तो हमें सदन की कार्यवाही नहीं छोड़नी पड़ेगी.
सोलंकी ने कहा कि कई बार यदि आपको सवाल पूछना हैं और आपका समय आने वाला हैं तभी अज़ान का समय आ जाता है, आप या तो नमाज अदा करें या सवाल पूछें.” सोलंकी ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर भी इबादत के लिए जगह होती है. सपा विधायक ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को लिखित में कुछ नहीं दिया है.
इस सिलसिले में संपर्क करने पर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि इस मामले में ‘इरफान सोलंकी का कोई पत्र या अनुरोध हमारे घर या हमारे कार्यालय को नहीं मिला है. हम हर आवेदन पर नियम संगत निर्णय लेते हैं.’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका आवेदन आएगा तो आप विधानसभा में नमाज के लिए कक्ष आवंटित करेंगे, दीक्षित ने कहा कि ‘अधिकारियों के साथ विमर्श करके नियम संगत फैसला करेंगे और अगर जरूरत हुई तो इस मामले में वरिष्ठजनों से परामर्श करेंगे.’