सुरक्षा एजेंसियों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के पास हुए आतंकी हमले में शामिल होने के संदेह में बुधवार को तीन लोगों के रेखाचित्र (स्केच) जारी किए। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा हैं। उन्होंने बताया कि तीनों आतंकवादियों के कोड नाम भी थे – मूसा, यूनुस और आसिफ और ये तीनों पुंछ में आतंकी घटनाओं में शामिल थे। उन्होंने बताया कि हमले में जीवित बचे लोगों की मदद से रेखाचित्र तैयार किए गए थे।

पेंसिल से बनाए गए रेखाचित्रों से ऐसा प्रतीत होता है कि हमलावर युवा हैं और उन्होंने दाढ़ी रखी है। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने मंगलवार दोपहर को अंजाम दिए गए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को जम्मू कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख, रक्षा सचिव और सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक मौजूद थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिंह ने सशस्त्र बलों को अपनी युद्ध तत्परता बढ़ाने और आतंकवाद विरोधी अभियानों की में तेजी लाने का निर्देश दिया। अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर एक प्रमुख पर्यटन स्थल पर आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

इनमें अधिकतर पर्यटक थे। उन्होंने बताया कि मृतकों में दो विदेशी भी थे जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और नेपाल से थे। मरने वालों में दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में छोड़कर बुधवार की सुबह स्वदेश लौट आए, जबकि गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा उपायों का नेतृत्व करने के लिए मंगलवार शाम श्रीनगर पहुंचे।

प्रधानमंत्री ने संकल्प जताया है कि हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पर्यटकों के मारे जाने पर शोक व्यक्त करता है। इस हमले में 26 लोग मारे गए जिनमें से ज्यादातर पर्यटक हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हमले के बारे में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हम अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की जान जाने से चिंतित हैं। हम मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’ यह 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला है।