सिप्स आइटा अंडर-12 टेनिस चैंपियनशिप: UP के कौस्तुभ और आशी बने एकल चैंपियन
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के कौस्तुभ सिंह और आशी शमसेरी ने सिप्स आइटा अंडर-12 (बालक व बालिका) टेनिस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के साथ क्रमश : बालक व बालिका एकल के खिताब जीत लिए। गोमतीनगर अवध स्कूल स्थित प्रोफेशनल टेनिस अकादमी के टेनिस कोर्ट पर संपन्न चैंपियनशिप में बालक युगल के फाइनल में खिताबी जीत के साथ कौस्तुभ सिंह दोहरे खिताब के हकदार बने।
बालक एकल के फाइनल में छठीं वरीय कौस्तुभ सिंह ने यूपी के ही कृष्णा सिंह को 6-1, 6-1 से हराकर खिताब जीता। एक दिन पहले सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन करने वाले कृष्णा की आज कौस्तुभ सिंह के आगे एक न चली। हालांकि कृष्णा ने आज उम्दा खेल दिखाया लेकिन कौस्तुभ सिंह ने बेहतर रणनीति के सहारे खिताबी जीत दर्ज की।
बालिका वर्ग के फाइनल में दूसरी वरीय उत्तर प्रदेश की आशी शमसेरी चैंपियन बनी जिन्होंने यूपी की ही लावण्या सिंह को 2-6, 6-0, 6-0 से हराया। लावण्या ने पहला सेट उम्दा कोर्ट कवरेज के सहारे 6-2 से जीत लिया। हालांकि अगले दो सेटों में उन पर थकान हावी हो गई जिसका असर उनके खेल पर पड़ा और आशी शमसेरी ने दूसरा व तीसरा सेट 6-0, 6-0 से अपने नाम करते हुए बालिका वर्ग की विजेता ट्राफी जीत ली।
बालक युगल में यूपी के कौस्तुभ सिंह व ध्रुव सिंह ने विजेता ट्राफी अपने नाम की। यूपी की इस जोड़ी ने फाइनल में तक्षशील नागर (महाराष्ट्र)व अथर्व आनंद (बिहार) को 6-1, 6-4 से हराया।
इससे पूर्व गुरुवार को खेले गए बालक एकल के सेमीफाइनल में यूपी के छठीं वरीय कौस्तुभ सिंह ने बिहार के गैर वरीय अथर्व आनंद को 6-3, 6-2 से हराया जबकि कृष्णा सिंह ने महाराष्ट्र के दूसरी वरीय तक्षशील नागर को 3-6, 6-2, 6-2 से हराकर उलटफेर भरी जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया था।
शुक्रवार को खेले गए समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि भाजपा एमएलसी अंगद सिंह सहित विशिष्ट अतिथि यूपी टेनिस एसोसिएशन के सचिव पुनीत अग्रवाल और सिप्स हास्पिटल के निदेशक डॉ. रितेश पुरवार ने पुरस्कार वितरित किए।
इस अवसर पर ऋषि गोयल (अवध लॉ कॉलेज), संजीव जायसवाल (आर्थोपेडिक सर्जन), विशाल सिंह (इंजीनियर), कमलेश शुक्ला (अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं कोच), प्रियंका शुक्ला (निदेशक प्रोफेशनल टेनिस अकादमी), धर्मेंद्र सिंह (इंजीनियर रिलायंस इंडस्ट्रीज) के अलावा कोच सुमित कांत तिलक व सनीश मणि मिश्रा भी मौजूद थे।