फखरपुर थाने के एसआई, सिपाही व जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स मिली कोरोना संक्रमित
घायल श्रमिको को बचाव कार्य व उपचार के दौरान बरती गई घोर लापरवाही
रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच : विगत दिनो सड़क दुर्घटना में घायल श्रमिको को राहत पहुंचाने व उपचार के दौरान बरती गई घोर लापरवाही का ही नतीजा है कि आज घायलो में आधा दर्जन से अधिक प्रवासी श्रमिको के कोरोना पाजिटिव पाये जाने के साथ ही बचाव राहत कार्य में जुटे फखरपुर थाने के एसआई व सिपाही के साथ ही जिला अस्पताल में घायलो का उपचार करने वाली स्टाफ नर्स कोरोना संक्रमित पाये गये है। इससे पूर्व इंस्टेंट खबर ने समाचार प्रकाशित कर प्रशासनिक लापरवाही के चलते पुलिस कर्मियों व चिकित्सा स्टाफ में कोरोना संक्रमण के पांव पसारने का जिक्र किया था।
फखरपुर थाने के उपनिरीक्षक अयोध्या प्रसाद, सिपाही सूरज कुमार व जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स विजयश्री कोरोना संक्रमित मिली है। वही फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़का व शरदपारा में एक-एक प्रवासी मजदूर के संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन द्वारा गांवों को हाॅटस्पाट घोषित कर डीएम व एसपी ने गांवो का दौरा किया और क्षेत्रीय पुलिस व प्रशासनिक टीम को क्षेत्र में आपात स्थिति को छोड़कर सभी प्रकार की गतिविधियों पर अंकुश लगाने व दृष्टि रखने की हिदायत दी। वही पुलिस कप्तान ने फखरपुर थाना परिसर पहुंचकर आज स्थिति का जायजा लिया और तैनात पुलिस कर्मियों को कोरोना से बचाव हेतु विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिये।
दूसरी ओर फखरपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत शरदपारा गांव में कोरोना संक्रमित सिपाही के सम्पर्क में आये 4 लोगो व संक्रमित प्रवासी श्रमिक के सम्पर्क में आये 88 लोगो के सैम्पल लिये गये है। जबकि ग्राम मुड़का में संक्रमित प्रवासी श्रमिक के सम्पर्क मेे आये 17 लोगो के सैम्पल संग्रहित कर जांच हेतु भेजे गये। इसके अतिरिक्त श्रमिको का उपचार करने वाले पांच चिकित्सकों व आधा दर्जन चिकित्सा स्टाफ को पहले ही होम क्वारन्टाइन किया जा चुका है। वही कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाने हेतु थाने के अन्य सिपाहियो को भी क्वारन्टाइन कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के बावजूद फखरपुर थाना क्षेत्र के मदन कोठी के पास 15 मई को हुई सड़क दुर्घटना में घायल प्रवासियो को डीसीएम से बाहर निकालने के दौरान राहत हेतु पहुंची फखरपुर थाने की पुलिस टीम व घायलो का उपचार करने वाले चिकित्सक व चिकित्सा स्टाफ ने बिना पीपीई किट व अन्य सुरक्षा उपकरणो के ही अपने-अपने कार्यो को अन्जाम दिया था। इसके अतिरिक्त संक्रमित घायलो के सम्पर्क मे आने के कारण डीसीएम पर सवार करीब तीन दर्जन अन्य प्रवासी श्रमिको में भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है।
76 कोरोना संक्रमितो में 36 हुए स्वस्थ, 275 की रिपोर्ट पेंडिंग
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सुरेश सिंह ने बताया कि अब तक भेजे गये 2431 सैम्पलो में 2156 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें 2059 रिपोर्ट निगेटिव व 76 रिपोर्ट पाजिटिव आयी है जबकि 275 रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले के 76 कोरोना संक्रमित मरीजो मे 36 मरीज स्वस्थ हो चुके है। जबकि 40 मरीजो का उपचार जारी है इनमे 19 मरीज सीएचसी चित्तौरा के एल-1 अस्पताल में व 8 मरीज कोविड-19 ए.एस.एम.सी. में भर्ती है और जिले के 13 अन्य मरीज श्रावस्ती जिले के एल-1 चिकित्सालय में भर्ती है। जिले में हाॅटस्पाट व कन्टेनमेन्ट जोन 7-7 हैं जिसमें तहसील कैसरगंज में 4, पयागपुर में 1, महसी में 1 व सदर बहराइच में 1 है।