श्रीदुर्गाजी मंदिर ने 70 दिन तक सभी को कराया भरपेट भोजन
लखनऊ। श्री दुर्गाजी मंदिर धर्म जागरण एवं सेवा समिति शास्त्री नगर ने मां भगवती की कृपा से अपनी सेवा कार्यों को आगे बढ़ाते हुए आपदा समय में गीता परिवार के साथ मिलकर लाकडाउन की वैश्विक महामारी में गरीबों, जरूरतमंदों, प्रवासी मजदूरों को भरपेट भोजन कराया। कोरोना वारियर्स- पुलिस, स्वास्थ्य, एंबुलेंस, रोडवेज कर्मियों को लंच पैकेट, पानी बोतल वितरित की।
मंदिर समिति के संस्थापक अध्यक्ष ताराचंद अग्रवाल जी ने बताया कि सुदूर जरूरतमंदों, प्रवासी कामगारों, सरकारी योजनाओं से वंचित रहने वाले गरीब लोगों को राशन किट बांटे गए। गीता परिवार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा आशू गोयल ने बताया कि रात्रि सेवा में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा प्रहरी पुलिसकर्मियों को तरोताजा रखने के लिए औषधि युक्त चाय व जलपान की व्यवस्था की गई एवं सभी का ध्यान रखते हुए बेजुबान जानवरों, पशुओं को भी चारा व भोजन खिलाया गया। खासकर गायों के लिए शास्त्री नगर के आसपास विभिन्न इलाकों में चुनी भूसी युक्त चारा व रोटियों की व्यवस्था की गई। सड़कों, घरों के आसपास घूमने वाले कुत्तों के लिए बिस्किट, बेड का प्रबंध किया गया बच्चों के प्रिय बंदर मामा के लिए भी फलो की व्यवस्था की गई थी इसके अतिरिक्त बकरियों, गधों को भी भोजन कराया गया।
मंदिर समिति के राजेंद्र गोयल ने बताया कि लाकडाउन में 23 मार्च से 31 मई तक अपनी निर्बाध सेवा के 70वें दिन लाकडाउन चौथे चरण पूर्ण होने पर आपदा अन्न सेवा पर विराम लगा दिया। अजय सिंह ने बताया कि इसी बीच सचल मोबाइल जल सेवा का भी शुभारंभ कर दिया गया जोकि नगर के विभिन्न चौराहों पर लोगों के प्यास बुझाने के लिए कुआं का शीतल जल संग गुड़ का वितरण किया जा रहा है। मनीष अग्रवाल ने बताया कि यह सभी वितरण कार्य लाकडाउन नियमों और सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए सेवाकार्य 150 से अधिक सेवादारों के माध्यम से संपन्न किया गया। ओमप्रकाश धानुक ने बताया कि आपदा अन्न सेवा विराम के अवसर पर सभी लोगों को दोपहर के भोजन में पूडी सब्जी, तहरी बूंदी और रात की भोजन में छोला भटूरा, चावल, मीठी चटनी तथा मेवा युक्त खीर का वितरण किया गया।
दिलीप आर्य बताया कि लाकडाउन 4 में शास्त्री नगर चौराहा, रकाबगजं, चौक, भोलाखेड़ा, हरिओमनगर, केसरीखेड़ा, मानक नगर व दूरदराज इलाकों पर नियमित रूप से भोजन व जल बांटा गया। इन सेवा कार्य में मनीष कुमार, अजय सिंह, रामू, दिलीप आर्य, ओमप्रकाश धानुक, पीयूष, अंबुज शुक्ला, सुजीत कुमार, मनोहर लाल, रामनरेश, कन्हैया श्रीवास्तव, सौरभ, बीनू यादव, महेश विश्वकर्मा, श्रीराज विश्वकर्मा, अभय द्विवेदी, अनिल त्रिवेदी, किशोर त्रिपाठी अपनी सेवा प्रदान की।