इंसान व जानवर दोनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध थे शाहूजी महाराज: कौशल किशोर
कुलपति ने चिकित्सा विश्वविद्यालय मे कैम्पस का हाल न देकर महापुरूष का अपमान किया है: रामचन्द्र पटेल
लखनऊ:
छत्रपति शाहूजी महाराज स्मृति मंच एवं अनुसूचित जाति/जनजाति चिकित्सा शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में छत्रपति शाहू जी महाराज जी की 148वीं जयंती के पूर्व संध्या के अवसर पर कोविड-19 प्रोटोकाल का पूर्णरूप से पालन करते हुए, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वारा पर स्थापित छत्रपति शाहूजी महाराज जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उनकी जयंती मनाई गयी। जयंती समारोह के मुख्य अतिथि कौशल किशोर, केन्द्रीय राज्य मंत्री, आवासन और शहरी कार्य, भारत सरकार ने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज ने जो आरक्षण प्रदान किया। आरक्षण को सही साबित करने के लिए अस्तबल के घोडों को भोजन देने के मामले में एक उदाहरण भी पेश किया, जिससे आरक्षण देना तर्कसंगत लागू हुआ, लेकिन उस आरक्षण का लाभ लेकर हमारे समाज में अब इतने आगे बढ़ गए हैं कि एक संसदीय कमेटी में मैंने पाया कि जिसमें आरक्षण नहीं था, उसमें करीब 70 प्रतिषत लोग ओबीसी/एससी के नौकरी में आ गए थे। इस नजरिए से देखें तो अब आरक्षण से नौकरिया कम हो रही है, क्योंकि अब हम चाहे जितना नंबर पाएं, उसे आरक्षण के कोटे में ही डाल दिया जाता है। अभी यूपीएससी के परीक्षा की बात है, इसमें एससी समाज की महिला ने टाॅप किया था, तब एक सरकारी आदेश आया कि आप चाहे जितने योग्य हो आरक्षण वाली सूची में ही रखा जाएगा। इस प्रकार का आदेश उचित नहीं है, क्योंकि ऐसा होने से हमारे अधिकार समाप्त हो जाते हैं। इसलिए हमें आरक्षण की जगह अधिकार शब्द का उपयोग करना चाहिए कि हमारा हक हमें चाहिए। हमें यह कहना होगा कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी भागीदारी; इस पर बात करने से आपको अपना पूरा हक मिलेगा।
जयंती समारोह के विशिष्ट अतिथि आशीष पटेल मंत्री, तकनीकी शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट-माप ने कहा कि शाहूजी के दिए हुए आरक्षण का लाभ मैंने भी लिया है। मैं आज कुछ भी हूं, उसमें साहू जी महाराज की व्यवस्था का बहुत बड़ा हाथ है। यदि आरक्षण से पहला मौका मिल जाता है तो आगे अपनी काबिलियत के बल पर बढ़ा जा सकता है, छत्रपति शाहूजी जिसने महान कार्य किए हैं उनको याद कर हम बहुत गौरवान्वित होते हैं। आज यहां पहुंचते ही हमें बहुत दुख हुआ कि इस चिकित्सा विश्वविद्यालय का नाम छत्रपति शाहूजी महाराज के नाम से था जिसका नाम पुनः किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय कर दिया गया। इस चिकित्सा विष्वविद्यालय का सबसे ज्यादा फायदा गरीब और छोटे समुदाय के लोग ही ज्यादा उठाते हैं यहां मौजूद चिकित्सक व कर्मचारी मेहनत के साथ कार्यक्रम में लगे हैं मुझे उम्मीद है कि वह उसी तरह से मरीजों के इलाज व सेवा में लगे रहे होंगे यही वजह है कि लोग प्रदेश के कोने-कोने से यहां आने में अपनी प्राथमिकता देते हैं।
समारोह में अपने विचार रखते हुए छत्रपति शाहू जी महाराज स्मृति मंच अध्यक्ष रामचन्द्र पटेल ने कहा कि चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टीनेंट जनरल (डाॅ) विपिन पुरी ने उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री मा॰ बृजेश पाठक जी का नाम लेते हुए कहा कि शाहू जी महाराज की जयंती चिकित्सा विश्वविद्यालय के कैम्पस के हाल में मनाने से मना किया है, इससे देश के संविधान की दिशा तय करने वाले महापुरूष के साथ-साथ दलित एवं पिछड़े समाज का अपमान किया है यह अपमान राष्ट्र का अपमान है इसे बर्दास्त नही किया जायेगा, जबकि छत्रपति शाहू जी महाराज जी ने शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योदान दिया था लेकिन आज शिक्षण संस्थान में ही जयंती कार्यक्रम मनाने से मना किया जा रहा है। अनुसूचित जातिध्जनजाति चिकित्सा शिक्षक संघ के महासचिव डा0 हरी राम ने कहा कि दलित पिछडे़ हितैशी कोल्हापुर नरेश ने 1921 में मनमाण में दलितों की विशाल सभा में सगर्व घोषणा करते हुए कहा था कि मुझे लगता है अम्बेडकर के रूप में तुम्हे तुम्हारा मुक्तिदाता मिल गया है। मुझे उम्मीद है कि वह तुम्हारी गुलामी की बेड़िया काट डालेगे, उन्होने दलितों के मुक्तिदाता की महज जुबानी प्रशंसा ही नही कि बल्कि उनकी अधूरी पड़ी विदेशी शिक्षा पूरी करने का बीड़ा भी उठाया। उक्त समारोह के अवसर पर डा0 एस0एन0कुरील, डा0 एस॰एन॰ संखवार, डा0 सुरेश बाबू, डा0 संतोष कुमार आदि लोगो ने अपने विचार रखे।
जयंती के अवसर पर अतिथियों द्वारा किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के निम्न चिकित्सकों, कर्मचारियों एवं समाज में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित सदस्यों में डा0 नरेन्द्र कुमार, ट्रामा सर्जरी डा0 भूपेन्द्र कुमार, डा0 सतीश कुमार, डाॅ0 राजेश वर्मा, डाॅ0 रवि कुमार सिंह, डाॅ0 संजीव कुमार, डाॅ0 नीरज आनन्द, डाॅ0 अम्बुज यादव, डाॅ0 सुमित रूंगटा, डाॅ0 अजय कुमार पटवा, डाॅ0 जितेन्द्र राव, डाॅ राकेश कुमार दीवान, डाॅ0 शालिनी कौशल, शैलेन्द्र कुमार, ओम प्रकाश राव, सुशील कुमार विद्यार्थी, अनिल कुमार सिंह, गौतम बाल्मिकी, पूनम बाला, राजेश कुमार सिंह, रमादेवी, बाला जी ग्रामाद्योग समिति, राजेश सिद्धार्थ, राम पुकार प्रसाद, राम निवास पासवान, राजकुमार वर्मा, सुधाकर अहिरवार, डेन्टल डीन आफिस, राकेश कुमार रावत, पंकज प्रसून, एडवोकेट, राजेश कुमार, ज्योती अग्रवाल आदि लोगो को सम्मानित किया गया।