मैच शाहरुख खान फिनिशर हैं: अनिल कुंबले
पंजाब किंग्स शनिवार शाम को लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ भिड़ने के लिए लखनऊ के इकाना स्टेडियम में गए थे और करीबी मुकाबले में 2 विकेट की जीत से मैच समाप्त करने में सफल रहे। सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल ने 74 रन (56गेंदें, 8×4, 1×6) बनाए और जिसके दमपर उन्होंने 160 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया। शिखर धवन की अनुपस्थिति में किंग्स का नेतृत्व संभाल रहे सैम कुरेन तीन विकेटों के साथ सबसे बेहतरीन गेंदबाज रहे। सिकंदर रजा के पहले आईपीएल अर्धशतक (57, 41गेंदें, 4×4, 3×6) और शाहरुख खान की 10 गेंदों में नाबाद 23 रन की मदद से किंग्स ने 3 गेंदें बाकी रहते हुए लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया।
पंजाब किंग्स की जीत में शाहरुख खान के ऑलराउंड खेल को भुलाया नहीं जा सकता, क्योंकि आईपीएल विशेषज्ञ अनिल कुंबले ने क्षेत्ररक्षण के दौरान खान के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि पंजाब मैदान पर बहुत प्रभावशाली टीम था। उसकी ग्राउंड फील्डिंग अच्छी थी और उससे भी शानदार कैचिंग थी, खासकर डीप बाउंड्री में शाहरुख खान की। यह आसान नहीं है क्योंकि आप न केवल गेंद के नीचे पहुंचना चाहते हैं बल्कि वहां सीमा रेखा से बचने की भी चिंता करते हैं। यह शाहरुख खान का शानदार प्रदर्शन था।”
पूर्व में पंजाब किंग्स का हिस्सा रहे कुंबले ने खान के प्रदर्शन की अधिक प्रशंसा करते हुए कहा, “वह एक फिनिशर हैं। वह तमिलनाडु के लिए खेले गए मैचों में यही करते हैं और उन्हें मुकाबले को खत्म करते हुए देखना वास्तव में अच्छा था। पिछले मैच में भी उन्होंने अंत में छोटी एवं आक्रामक पारी खेली थी। लेकिन वो दबाव में आई थी। उन्हें आखिरी दो ओवरों में लगभग 10 रन प्रति ओवर बनाने थे, दूसरे छोर पर हरप्रीत बराड़ थे और पिछले ओवर में सिकंदर रजा आउट हो चुके थे। उन्होंने 23 रन बनाकर पंजाब के पक्ष में मुकाबला समाप्त किया। इससे उन्हें टूर्नामेंट के दूसरे हाफ में जाने के लिए काफी आत्मविश्वास मिलेगा।”
किंग्स को सफलतापूर्वक लक्ष्य तक पहुंचाने में सिकंदर रजा के बल्ले से निकली पारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण आईपीएल विशेषज्ञ पार्थिव पटेल ने उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “आपको एक अनुभवी बल्लेबाज की जरूरत होती है, खासकर जब आप इस तरह के लक्ष्य का पीछा कर रहे हो। शिखर धवन नहीं खेल रहे थे और तब ऐसे बल्लेबाजी की जरूरत थी, जो मैच को नियंत्रित कर सके। कोई ऐसा व्यक्ति जो जानता हो कि मौका मिलने पर ओवर को कब बड़े ओवर में तब्दील करना है। उन्हें पता था कि क्रुणाल पांड्या के ओवर में बड़े शॉट लगाने का मौका है और उन्होंने ठीक वैसा ही किया। वह सिंगल लेते रहे और जब भी मौका मिला, उन्होंने बड़े शॉट्स भी लगाए। पिछले कुछ वर्षों में वह जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, मुझे लगता है कि उनके मैदान पर उतरने और अच्छा प्रदर्शन करने के बीच मामला कुछ समय की बात थी।”