वाराणसी:
जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वैज्ञानिक सर्वेक्षण का आदेश दिया था. शुक्रवार को आए इस आदेश के बाद जहां मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, वहां जिला जज ने सर्वे कर 4 अगस्त तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. एएसआई की टीम रविवार देर रात वाराणसी पहुंची और आज कड़ी सुरक्षा के बीच ज्ञानवापी मस्जिद पहुंची. यहां पुलिस कमिश्नर और डीएम की मौजूदगी में टीम को अंदर प्रवेश दिया गया। फिलहाल टीम मस्जिद की नींव से मिट्टी निकाल रही है. सर्वे टीम को मस्जिद की नींव से लेकर गुंबद तक सर्वे करना है.

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने सबसे पहले संरक्षित वजूखाना को छोड़कर पूरे परिसर की नापजोख की है. दो घंटे की माप के बाद टीम अब प्रत्येक पत्थर की ऊंचाई माप रही है। इसके अलावा सर्वे में कुशल मजदूरों ने वैज्ञानिक तरीके से नींव के पास की मिट्टी की खुदाई की है. परिसर के चारों कोनों पर स्टैंड कैमरे लगाकर वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई जा रही है। इसके अलावा अंदर की दीवारों की फोटो और वीडियोग्राफी भी कराई गई है। टीम ने सीढ़ियों पर लगे पत्थर के नमूने लिए। अब ज्ञानवापी के सभी कमरों और बरामदे की फोटो-वीडियो ग्राफी कराई जा रही है।

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण एएसआई टीम द्वारा ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार यानी जीपीआर या जियो रेडियोलॉजी सिस्टम या दोनों का उपयोग करके किया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एएसआई पुरानी इमारतों और खंडहरों के सर्वेक्षण में जीपीआर और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करता है। ज्ञानवापी के सर्वे में भी इसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।