अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 5 राज्यों के 67 जिलों में स्कूल चलो अभियान की शुरुआत
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एक्शनएड एसोसिएशन द्वारा 5 राज्यों (राजस्थान, गुजरात, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश) के 67 जिलों में 2 माह (11 अक्टूबर 2021 से 11 दिसंबर 2021) मानव अधिकार दिवस तक के लिए चलाए जा रहे| “स्कूल चलो अभियान” की शुरुआत आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस में की गई | जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर एम पी जी कॉलेज के प्रोफेसर विनोद चंद्रा जी , उत्तराखंड पिथौरागढ़ के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर अशोक गुसाईं जी और जम्मू कश्मीर से ख्वाजा महमूद मकबूल जी जोनल एजुकेशन ऑफिसर द्वारा एक वेबीनार मे हुई । पांच राज्यों से करीब 200 से अधिक लोग जुड़े।
अभियान का उद्देश्य वंचित और पिछड़ा समुदाय के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से, बालिका शिक्षा अधिकार , बाल मजदूरी ,बाल तस्करी, बाल विवाह एवं कोविड-19 के कारण जो बच्चे नियमित रूप से विद्यालय अब नहीं जा पा रहे उनको वापस विद्यालय भेजना का प्रयास है | बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आने के लिए प्रेरित करना | एसएमसी ,पीआरआई, माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल में दाखिला वापस भेजने के लिए प्रोत्साहित करना |
यूनिफाइड डिस्टिक इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस(UDISE+) 2019-20 के रिपोर्ट के अनुसार देश के करीब 30 फ़ीसदी छात्र सेकेंडरी से सीनियर सेकेंडरी स्तर पर नहीं जाते हैं | माध्यमिक स्तर के साथ-साथ प्राथमिक कक्षाओं (1 से 5 ) में अधिक लड़कों ने स्कूल छोड़ दिया, उच्च प्राथमिक कक्षाओं 6 से 8 में स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों की संख्या 2019 में लड़कों की तुलना से अधिक थी |
कोविड-19 के दौरान सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं ऑनलाइन शिक्षा मैं देखा गया इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी के कारण वंचित समुदाय के बच्चे, दिव्यांग बच्चे , स्पेशल चाइल्ड आदि शिक्षा से वंचित रह गए | इसी दौरान एक्शनएड ने 1000 से अधिक मोहल्ला पाठशाला भी चलाई गई जिसमें वॉलिंटियर्स ने आगे आकर बच्चों को शिक्षा प्रदान की गई | इस बात को ध्यान में रखते हुए यह अभियान को दोनों ग्रामीण और शहरी छेत्र मे चलाया जाएगा जिसमें ड्रॉपआउट बच्चों को पहचान कर एसएमसी, शिक्षक अभिभावक के साथ मिलकर बच्चों को विद्यालय वापस भेजा जाएगा।
कोविड-19 के दौरान देखा गया कि आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बाल मजदूरी, बाल तस्करी में बढ़ोतरी देखी गई | इस अभियान में बालिकाओं की शिक्षा, उनकी भागीदारी आदि में बढ़ोतरी के लिए प्रयास किया जाएगा और साथ ही उनकी काउंसलिंग, स्किल बिल्डिंग और यह की शिक्षा के लिए सहयोग करने का प्रयास किया जाएगा | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाया जा रहा शारदा अभियान को सहयोग से ड्रओपॉउत एवं आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाएगा |