सानिया मिर्ज़ा ने किया अपने आखरी टूर्नामेंट का एलान
स्पोर्ट्स डेस्क
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद टेनिस रैकेट को टांग देंगी यानि की टेनिस से सन्यास ले लेंगी। सानिया मिर्जा ने ट्विटर पर पोस्ट करके इस बात की जानकारी दी. पहले सानिया ने घोषणा की थी कि वह डब्ल्यूटीए 1000 दुबई टेनिस चैम्पियनशिप के बाद संन्यास लेंगी, जो 19 फरवरी से शुरू हो रही है. लेकिन अब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के जरिए ही करियर पर विराम लगाने का फैसला किया है. सानिया मिर्जा कजाकिस्तान की एना डेनिलिना के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 में महिला डबल्स इवेंट में भाग लेंगी.
36 साल की सानिया मिर्जा ने बताया कि वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद अपने बेटे के साथ अधिक वक्त बिताना चाहेंगी. उन्होंने लिखा, ’30 साल पहले हैदराबाद की एक छह साल की लड़की कोर्ट पर पहली बार अपनी मां के साथ गई और कोच ने बताया कि टेनिस कैसे खेलते हैं. मुझे लगा था कि टेनिस सीखने के लिए मैं बहुत छोटी हूं. मेरे सपनों की लड़ाई 6 साल की उम्र में ही शुरू हुई.’
सानिया कहती हैं, ‘मेरे माता-पिता और बहन, मेरी फैमिली, मेरे कोच, फिजियो समेत पूरी टीम के समर्थन के बिना यह संभव नहीं था, जो अच्छे और बुरे समय में मेरे साथ खड़े रहे. मैं उनमें से हर एक के साथ अपनी हंसी, आंसू, दर्द और खुशी साझा की है. उसके लिए मैं सभी का धन्यवाद देना चाहती हूं. आप सभी ने जीवन के सबसे कठिन दौर में मेरी मदद की है. आपने हैदराबाद की इस छोटी सी लड़की को न केवल सपना देखने की हिम्मत दी बल्कि उन सपनों को हासिल करने में भी मदद की.’
सानिया मिर्जा ने टेनिस करियर में सिंगल ग्रैंडस्लैम खिताब कभी नहीं जीता, लेकिन डबल्स में वह छह बार चैम्पियन रह चुकी हैं. सानिया ने डबल्स में जो छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं, उसमें तीन महिला डबल्स और इतने ही मिक्स्ड डबल्स खिताब शामिल रहे. उन्होंने अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम 2016 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का महिला डबल्स खिताब जीतकर हासिल किया था. तब सानिया और मार्टिना हिंगिस की पहली वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल में एंड्रिया लावाकोवा और लूसी हराडेका को शिकस्त दी थी.
सानिया ने अगस्त 2007 में सिंगल्स रैंकिंग में 27वें स्थान तक पहुंच गई, जो टेनिस इतिहास में किसी भारतीय खिलाड़ी की सर्वोच्च रैंकिंग थी. 2009 में उन्होंने महेश भूपति के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स डबल्स खिताब जीता. इसी के साथ वो ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं. सानिया डबल्स रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला टेनिस प्लेयर हैं.