विश्व कप में हार से टूट चुके थे सचिन, टांगने वाले थे बल्ला
टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन ने खुलासा किया है कि सचिन तेंदुलकर साल 2007 में ही क्रिकेट से संन्यास लेने को तैयार थे। विश्व कप-2007 में भारत ग्रुप चरण से बाहर हो गया था, जिसका तेंदुलकर को गहरा दुख था।
कर्स्टन ने टॉकस्पोर्ट्स के पॉडकास्ट में कहा, “सचिन के साथ मेरी कोचिंग शानदार रही। अगर मैं उस समय के तेंदुलकर की बात करूं, जब मैं भारत आया, तो वो संन्यास लेने का मन बना चुके थे। उनके अनुसार वह अपने क्रम पर बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे, वह क्रिकेट का बिल्कुल भी आनंद नहीं उठा रहे थे।”
कर्स्टन ने आगे कहा, “3 साल बाद सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 18 शतक लगाए। वह उस क्रम पर खेले, जहां पसंद करते थे और हम विश्व कप (2011) जीते। मैंने सिर्फ यही किया कि खिलाड़ियों को ऐसा माहौल दिया जाए कि वह प्रदर्शन करने को बेकरार हो। मैंने सचिन से कुछ नहीं कहा। वह अपने खेल को जानते थे। उन्हें सिर्फ माहौल की जरूरत थी। सिर्फ उन्हें ही नहीं बल्कि पूरी टीम को। ऐसा माहौल जहां सब सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके।”
1989 में किया था डेब्यू:सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 को अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी, जबकि भारत के लिए उन्होंने आखिरी मैच 14 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।