दिल्ली;
कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले रोहित शर्मा ने 10 साल बाद विंडीज टीम के खिलाफ एक और शतक पूरा किया। अपने डेब्यू टेस्ट में यशस्वी जयसवाल के शतक के बाद कप्तान रोहित ने भी शतक के साथ जोरदार वापसी की. रोहित ने न सिर्फ शतक लगाया बल्कि यशस्वी के साथ दो सौ से ज्यादा रनों की बेहतरीन साझेदारी भी की.

पिछले लगातार चार टेस्ट मैचों में एक भी अर्धशतक लगाने में नाकाम रहे रोहित शर्मा ने जब वापसी की तो शानदार प्रदर्शन किया. डोमिनिका के विंडसर पार्क मैदान पर मैच के पहले दिन तेज बल्लेबाजी कर अच्छी शुरुआत करने वाले भारतीय कप्तान रोहित ने दूसरे दिन संयमित अंदाज में बल्लेबाजी की और टीम को आगे बढ़ाया और खुद यादगार शतक जड़ा.

10 साल पहले 2013 में रोहित ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में टेस्ट डेब्यू किया था. रोहित ने अपने डेब्यू मैच में शानदार शतक लगाया था. अगले ही टेस्ट में रोहित ने फिर से एक और शतक लगाया. अब ठीक 10 साल बाद रोहित ने विंडीज के खिलाफ फिर से शतक लगाया, जो उनके टेस्ट करियर के 10वें साल में आया और संयोग से यह 10वां टेस्ट शतक है।

दूसरे सेशन में रोहित ने एलिक अथानेज की गेंद को कवर्स बाउंड्री की ओर ड्राइव किया और बेहतरीन चौके के साथ अपना शतक पूरा किया। रोहित ने 220 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. इस साल भारतीय कप्तान का यह दूसरा शतक है. इससे पहले उन्होंने फरवरी में नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाया था. रोहित के लिए यह इसलिए भी खास है क्योंकि विंडीज मैदान पर यह उनका पहला शतक है.

हालांकि, शतक पूरा करने के बाद अगली ही गेंद पर भारतीय कप्तान आउट हो गए. वेस्टइंडीज के लिए डेब्यू कर रहे डोमिनिका के स्थानीय खिलाड़ी एलिक एथनेज़ ने रोहित को अपना शिकार बनाया। रोहित 221 गेंदों में 103 रन बनाकर आउट हुए.