खेलरत्न के लिए रोहित शर्मा के नाम की अनुशंसा
इशांत शर्मा, शिखर धवन, दीप्ति शर्मा अर्जुन अवार्ड के लिए नामित
नई दिल्ली: पिछले साल एक दिवसीय विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा की बीसीसीआई ने ‘खेल रत्न’ पुरस्कार के लिये अनुशंसा की है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को यह जानकारी दी. रोहित के सलामी जोड़ीदार शिखर धवन का नाम एक बार फिर अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है. बीसीसीआई (BCCI) ने जारी बयान में कहा कि खिलाड़ियों को खेल मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के तहत नामित किया गया है. खेल मंत्रालय ने 1 दजनवरी 2016 और 31 दिसंबर 2019 के बीच किए गए प्रदर्शन के आधार पर आवेदन मांगे थे. सौरव गांगुली ने भी कहा कि कई नामों पर विचार करने के बाद खिलाड़ियों के नामों को चुना गया.
भारतीय टीम के सबसे सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के नाम की भी अनुशंसा अर्जुन पुरस्कार के लिये की गई है. एक बार को ऐसा लगता है कि बीसीसीआई ने अर्जुन पुरस्कार के लिए कुछ ज्यादा ही नामों की अनुशंसा कर दी है. अब देखने की बात होगी कि कौन-कौन यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करता है. ध्यान दिला दें कि रोहित शर्मा ने पिछले साल खेले गए वर्ल्ड कप में पांच शतक जड़े थे और वह टूर्नामेंट के इतिहास में एक संस्करण में यह कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. रोहित शर्मा को मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था. बायें हाथ के बल्लेबाज धवन 2018 में अर्जुन पुरस्कार से चूक गए थे. महिला वर्ग में हरफनमौला दीप्ति शर्मा का नाम अर्जुन पुरस्कार के लिये भेजा गया है, जो पिछले तीन साल से वनडे और टी20 दोनों में शानदार प्रदर्शन कर रही है.
भारतीय कप्तान विराट कोहली को सर्वोच्च खेल पुरस्कार मिल चुका है. वहीं रोहित सीमित ओवरों के प्रारूप में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पहली पसंद थे. उन्होंने 224 वनडे में 29 शतक और 43 अर्धशतक समेत 9115 रन बनाए हैं.
इसके अलावा 32 टेस्ट में 2141 रन बनाये हैं जिसमें छह शतक शामिल हैं. वह आईसीसी द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर भी चुने गए थे. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक दिवसीय क्रिकेट में उनके तीन दोहरे शतकों का जिक्र करते हुए कहा ,‘‘ हमने नामांकन चुनने से पहले काफी आंकड़े खंगाले और विभिन्न मानदंडों पर चयन किया. रोहित ने सीमित ओवरों के प्रारूप में ऐसे कीर्तिमान स्थापित किये हैं जो असंभव लगते थे.” उसकी प्रतिबद्धता, आचरण, निरंतरता और नेतृत्व क्षमता के कारण वह इसका हकदार है,’