बढ़ती मंहगाई, घटती बिक्री: और चारा ही क्या है?
बिजनेस ब्यूरो
इन दिनों देश का आम आदमी महंगाई से त्रस्त है. रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली हर एक चीज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और इसी वजह से आम आदमी की बचत में जबरदस्त गिरावट हो रही है.
महंगाई की वजह से बचत पर पड़ रहे बुरे असर को कंट्रोल में रखने के लिए लोगों ने रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाली कई चीजों की खपत कम कर दी है, जिसकी वजह से देश के कई राज्यों में एफएमसीजी (रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले जरूरी सामान जैसे- तेल, साबुन, डिटर्जेंट आदि) प्रोडक्ट्स की बिक्री में गिरावट देखने को मिल रही है.
रिटेल इंटेलिजेंस बिजोम ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि देश के कई राज्यों में बढ़ती महंगाई की वजह से लोगों ने जरूरी सामान की खरीद में काफी कटौती कर दी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी के मुकाबले मार्च में रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों की बिक्री में 5.1 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है. बताते चलें कि फरवरी में रिटेल महंगाई दर 6.07 फीसदी थी जो मार्च में बढ़कर 6.95 फीसदी हो गई.
बिजोम की रिपोर्ट की मानें तो उत्तर, पूर्वोत्तर और मध्य भारत को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी राज्यों में रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों की बिक्री में भारी कटौती देखी गई है. इस मामले में दक्षिण भारत के राज्यों की स्थिति बेहद चिंताजनक है, जहां एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की बिक्री में 18.3 फीसदी की भारी-भरकम कमी देखने को मिली है. लेकिन, यहां हैरानी की बात ये है कि मौजूदा महंगाई के बावजूद मध्य प्रदेश में एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की बिक्री में 86.7 फीसदी बढ़ी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन राज्यों में एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की बिक्री पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा है, उनमें ओडिशा सबसे ऊपर है. ओडिशा में FMCG प्रोडक्ट्स की बिक्री में 32.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. ओडिशा के बाद आंध्र प्रदेश में 28.5 फीसदी, तेलंगाना में 25.5 फीसदी, झारखंड में 19.1 फीसदी, कर्नाटक में 18.5 फीसदी, महाराष्ट्र में 9.3 फीसदी, केरल में 3.1 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 2.7 फीसदी FMCG प्रोडक्ट्स की बिक्री में गिरावट देखी गई है. बिजोम ने कहा है कि जिन राज्यों में कमोडिटी की खपत ज्यादा है, उन राज्यों में FMCG प्रोडक्ट्स की बिक्री पर ज्यादा बुरा असर देखने को मिला है.