संघर्ष का दूसरा नाम है रिंकू सिंह, आज हर ज़बान पर है उनका नाम
अहमदाबादः
आईपीएल 2023 का सबसे सनसनीखेज मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स ने गुजरात टाइंटस को 3 विकेट से हरा दिया. एक ऐसा मैच जहां इस सीजन की पहली हैट्रिक भी जीत दिलाने में नाकाम रही क्योंकि आखिरी ओवर में एक बल्लेबाज ने लगातार 5 छक्कों के साथ मैच खत्म कर दिया.रिंकू सिंह ने आखिरी 5 गेंदों में 5 छक्के ठोककर सबकी चमक फीकी की और अपना नाम हमेशा के लिए अमर कर दिया.
केकेआर का स्कोर 17वें ओवर में 7 विकेट पर 162 हो गया. हार तय लग रही थी. आखिरी ओवर में उसे 29 रन चाहिए थे. बाएं हाथ के पेसर यश दयाल अटैक पर आए, जिनके लिए ये मैच पहले ही बेहद खराब रहा था. उनकी पहली गेंद पर उमेश यादव ने 1 रन लिया. अब आखिरी 5 गेंदों में 28 रन चाहिए थे. यानी 5 बाउंड्री. रिंकू सिंह (48 नाबाद, 21 गेंद, 6 छक्के, 1 चौका) ने इसके बाद वो किया, जो IPL इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने लगातार 5 छक्कों के साथ मैच खत्म कर सनसनी फैला दी.
आज हर जगह रिंकू का नाम गूंज रहा है. वो 21 गेंदों पर 48 रन ठोककर नाबाद रहे. विस्फोटक बल्लेबाज रिंकू आज केकेआर के हीरो बन गए हैं, मगर एक समय उनकी जिंदगी में ऐसा भी आया था जब उन पर बैन लग गया था. इतना ही नहीं एक बार तो उन्हें सफाई का काम करने का भी विचार आया. उन्हें झाड़ू पोछा करने का काम मिला था.
रिंकू के शुरुआती संघर्ष की बात करें तो उनके पिता सिलेंडर बांटने का काम करते थे. उन्होंने अपना बचपन 2 कमरों के घर में गुजारा. इतना ही नहीं परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए उन्हें सफाई का काम करने का भी विचार आया, मगर फिर उन्होंने सब कुछ छोड़कर अपने खेल पर ध्यान दिया. उत्तर प्रदेश की अंडर 16, अंडर 19, अंडर 23, सेंट्रल जोन से खेलते हुए वो रणजी ट्रॉफी तक पहुंचे और 2017 में आईपीएल में एंट्री की. 2018 में वो पंजाब से कोलकाता में चले गए.
कोलकाता ने 80 लाख रुपये में उन्हें खरीदा था.उनकी गाड़ी रफ्तार पकड़ रही थी, तभी 2019 में अचानक ही उनकी गाड़ी का ब्रेक लग गया. बीसीसीआई ने उन पर 3 महीने के लिए बैन लगा दिया. दरअसल 2019 में परमिशन लिए बिना ही वो अबु धाबी टी20 टूर्नामेंट में खेलने चले गए थे. जिस वजह से बीसीसीआई ने उन्हें बैन कर दिया, मगर वापसी के बाद उन्होंने अपने खेल को और गंभीरता से लिया और आज उन्होंने अपने बल्ले की भी धाक जमा दी.