मंत्रियों को हटाना मतलब नाकामियों को स्वीकार करना, कैबिनेट फेरबदल पर अखिलेश का तंज़
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का सबसे बड़ा विस्तार किया है. नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत 43 नए मंत्रियों ने शपथ ली है. अब मोदी सरकार में प्रधानमंत्री समेत मंत्रियों की तादाद 78 हो गई है, जबकि पहले ये तादाद 42 थी. इनमें से 15 कैबिनेट मंत्री हैं, 6 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और बाक़ी 22 राज्य मंत्री हैं.
इस फेरबदल को लेकर सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने भी सवाल उठाए हैं. अखिलेश ने ट्वीट किया है कि इतनी बड़ी संख्या में मंत्री या मंत्रालय बदलने से भाजपा सरकार ने खुद स्वीकार कर लिया है कि वो हर क्षेत्र में नाकाम रही है. ज़रूरत केवल डिब्बे नहीं पूरी ट्रेन को बदलने की है. भाजपा ने सरकार चलाने का नैतिक अधिकार खो दिया है. देश-प्रदेश में बदलाव की लहर है.