जरवल में रामलीला मंचन व रावण दहन का 7 दशक पुराना इतिहास है
- रामलीला मंचन व रावण दहन की रूपरेखा तैयार
- हिन्दू उत्सव समिति ने बाबा खाकीदास मन्दिर में की बैठक
रिपोर्ट-उमंग अग्रवाल
जरवल बहराइच: जरवल कस्बा स्थित बाबा खाकीदास मन्दिर में आगामी दुर्गापूजा व दशहरा महोत्सव को लेकर हिन्दू उत्सव समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में रामलीला मंचन व रावण दहन समेत अन्य कार्यक्रमो की रूपरेखा तैयार की गई।
हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष सचिन गर्ग की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में सदस्यो की सहमति से कार्यक्रमो की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक मे निर्णय लिया गया कि आगामी 20 अक्टूबर को रामायण पूजा स्थापना होगी और 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नारायण दास मन्दिर में रामलीला का मंचन किया जायेगा। मंचन के दौरान भरत मिलाप एवं विभीषण राज तिलक के साथ ही 26 अक्टूबर को दशहरा बाग में रावण दहन होगा तथा उसके उपरान्त राजगद्दी का आयोजन किया जायेगा।
समिति अध्यक्ष सचिन गर्ग ने बताया कि दुर्गापूजा व दशहरा महोत्सव के आयोजन के दौरान सरकार द्वारा जारी सभी गाइडलाइनो का पूर्ण पालन किया जायेगा। बैठक में प्रमोद कुमार, दीपक गुप्ता, दुर्गेश कुमार, बृजेश गुप्ता, विजय कुमार, आशीष कुमार, पंकज कुमार, कुंवर दीप, त्रिवेनी, लवकुश, परमेश कुमार अग्रवाल, नवनीत कौशल ‘पिन्टू बाबा’ आदि सदस्य मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि जरवल कस्बा क्षेत्र में करीब 7 दशक पूर्व रामलीला मंचन की शुरूआत स्व0 नर नारायण पाण्डेय ने क्षेत्रीय लोगो के सहयोग से की थी। जिसके साथ ही रावण वध की परम्परा चली आ रही है। विगत 70 वर्षो पूर्व शुरू हुई रामलीला मंचन व रावण वध की परम्परा हिन्दू जनमानस एवं हिन्दू उत्सव समिति, माॅ दुर्गा पूजा समिति आदि के सहयोग से निरन्तर चली आ रही है।
इस बार कोविड-19 संक्रमण के चलते दुर्गा पूजा महोत्सव व दशहरा पर्व प्रदेश शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार मनाये जायेंगे। कार्यक्रम आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सेनिटाइजर जहां अनिवार्य रहेगा। वहीं आयोजकों द्वारा भी व्यापक व्यवस्था के प्रबन्ध किये जाने हेतु विचार-विमर्श कर रणनीति बनानी शुरू कर दी गई है।