बापू के चरणों में पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ अकेले ही बैठे राजीव तिवारी, नहीं आया कोई सरकारी पत्रकार
- निर्दोष पत्रकारों को अविलम्ब रिहा करने की मांग
- बलिया डीएम एसपी को फ़ौरन निलंबित करे सरकार
टीम इंस्टेंटखबर
न्याय का पर्याय महात्मा गाँधी के चरणों में बैठे वरिष्ठ पत्रकार राजीव तिवारी बाबा जो बलिया में पत्रकारों के उत्पीड़न का विरोध जता रहे थे, तमाम अपीलों के बाद आज वह अकेले नज़र आये. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सत्ता गलियारों के घूमने वाला कोई पत्रकार (सरकारी पत्रकार) आज उनकी आवाज़ में आवाज़ मिलाने नहीं खड़ा हुआ. मगर राजीव तिवारी बाबा ने बापू के चरणों में अकेले ही अलख जगाई.
दरअसल बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले को उजागर करने वाले बलिया के तीन वरिष्ठ पत्रकारों पर फ़र्ज़ी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर प्रशासन के इस सीधे हमले के खिलाफ पूरे प्रदेश में काफी रोष है, जनपदीय स्तर पर पत्रकार खुलकर सरकार की इस मनमानी और उत्पीड़न का विरोध कर रहे हैं मगर अफ़सोस राजधानी के दिग्गज पत्रकारों की टोली पत्रकारों के इस उत्पीड़न पर आज पूरी तरह उदासीन नज़र आयी.
पत्रकार राजीव बाबा ने बलिया में पत्रकारों के उत्पीड़न के विरोध में राजधानी के पत्रकारों को जगाने के लिए आज अकेले ही जीपीओ पर गांधी प्रतिमा के नीचे एकदिनी सांकेतिक धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि योगी सरकार बलिया में नकल रोकने में असफल और अपनी नाकामी छुपाने के लिए खबर उजागर करने वाले पत्रकारों को ही साजिशन जेल भेजने वाले बलिया डीएम एसपी को तत्काल निलंबित करे और निर्दोष पत्रकारों को अविलंब रिहा करे।
बता दें कि पत्रकार राजीव बाबा कई दिनों से आह्वान कर रहे थे कि जिन पत्रकार साथियों, संगठनों लगता है कि इस मुद्दे पर बलिया के जुझारू पत्रकार साथियों का साथ देना चाहिए वे समर्थन करने आ सकते हैं।