कोटपूतली:
राजस्थान विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टी भाजपा जितना सत्ताधारी प्रतिद्वंदी कांग्रेस से परेशान नहीं है, उससे ज्यादा परेशानी भाजपा को अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से हो रही है। दरअसल बीते सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा मतदान की तारीखों के ऐलान किया गया और उसके बाद भाजपा ने अपने 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी।

उसके बाद से पार्टी में असंतोष और नाराजगी का लंबा सिलसिला जारी है। इसी क्रम में कोटपूतली सीट से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा नेता मुकेश गोयल इतने आहत हुए सार्वजनिक तौर पर सबके सामने फूट-फूट कर रोने लगे।

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मुकेश गोयल को कोटपूतली से मैदान में उतारा था लेकिन वो कांग्रेस के राजेंद्र सिंह यादव से 13,000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए थे। लेकिन उसके बाद भी मुकेश गोयल क्षेत्र में काफी सक्रिय थे और उन्हें उम्मीद है कि पार्टी इस बार भी उन्हें कोटपूतली से मैदान में उतारेगी।

लेकिन पार्टी ने गोयल का टिकट काटते हुए हंसराज पटेल गुर्जर को कोटपूतली से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। मुकेश गोयल ने बुधवार शाम को अपने निर्वाचन क्षेत्र में अपने समर्थकों के साथ बैठक की, जिसमें वो फूट-फूट कर रोने लगे।

मालूम हो कि भाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है। बीते 1 अक्टूबर को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया।

पार्टी की ओर से जारी की गई लिस्ट में झोटवाड़ा से सांसद राज्यवर्धन राठौड़ को मैदान में उतारा है, जबकि दूसरी सांसद दीया कुमारी को विद्याधर नगर से मैदान में उतारा गया है। वहीं तिजारा से बाबा बालकनाथ को और सवाई माधोपुर से पार्टी ने किरोड़ी लाल मीना को मैदान में उतारा है।

राजस्थान चुनाव में एक और दिलचस्प बात हुई है और वो निर्वाचन आयोग से जुड़ी हुई है। आयोग ने बुधवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखें, जो पहले 23 नवंबर निर्धारित थीं। उसे बदलकर 25 नवंबर कर दिया है। इसके बाद से राजस्थान की सभी 200 सीटों पर एक साथ 25 नवंबर को मतदान होगा।