राहुल गांधी ने DTC बस में किया सफर, ड्राइवर, कंडक्टर और मार्शलों की तकलीफों को जाना
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को एक बार फिर सड़कों पर उतरे और आम लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को जाना। इस बार राहुल गांधी ने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की एक बस में यात्रा की। यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता ने भयावह आर्थिक असुरक्षा का सामना कर रहे बस चालकों, कंडक्टरों और मार्शलों से बातचीत भी की और उनकी समस्याओं के बारे में जाना। कांग्रेस ने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि जननायक हर उस वर्ग से मिलकर उनकी आवाज बुलंद कर रहे हैं, जिनका देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दक्षिणी दिल्ली के सरोजिनी नगर बस डिपो के निकट बस चालकों और मार्शलों से बातचीत की। राहुल गांधी ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने ‘व्हाट्सऐप’ चैनल पर साझा करते हुए कहा, ‘‘दिल्ली में ड्राइवर और कंडक्टर भाइयों, एवं बस मार्शलों के साथ मुलाकात और चर्चा हुई और फिर डीटीसी बस में एक मज़ेदार यात्रा। अपनों के साथ, उनके मुद्दों पे बात!’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी की इस बस यात्रा की तस्वीरें ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा, ‘‘जनता की सेवा में हजारों बसों वाला परिवहन निगम चलाने वाले ड्राइवर, कंडक्टर व मार्शल का घर कैसे चलता है? महंगाई, बच्चों की बढ़ती फीस, वेतन व पेंशन की टेंशन के बीच उनका जीवन कैसे चलता है? देश में करोड़ों ऐसी आवाजें हैं, जो भयावह आर्थिक असुरक्षा में जीने को मजबूर हैं। उनके मन की बात सुनना जरूरी है।’’ राहुल गाँधी जी लगातार उन्हें सुन रहे हैं और उनके लिए न्याय की आवाज बुलंद कर रहे हैं। आज उन्होंने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस मे यात्रा की और ड्राइवर, कंडक्टर व मार्शल से मुलाकात कर उनकी समस्याएं साझा कीं।’
बता दें कि इससे पहले भी राहुल गांधी कई बार मजदूरों, कामगारों, किसानों के बीच जा चुके हैं। अभी हाल ही में राहुल गांधी ने दिल्ली में उबर कैब में यात्रा की थी और कैब ड्राइवर से उनकी समस्याओं और तकलीफों के बारे में जाना था। उससे पहले वह रेलवे के लोको पायलटों से मिले थे और उनकी समस्याओं को जाना था। उससे पहले वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मिले थे। उसके कुछ महीने पहले राहुल गांधी दिल्ली के एक गैरेज में पहुंचे थे और वहां मैकेनिकों के साथ काम भी किया था। उसी दौरान राहुल गांधी ने लकड़ी का काम करने वाले श्रमिकों से भी मुलाकात की थी।