स्वदेशी को दें बढ़ावा, चीनी वस्तुओं पर निर्भर न रहें: क्रेडाई
रियल एस्टेट सेक्टर की अपेक्स बॉडी और देशभर में फैले 20,000 डेवलपर्स की प्रतिनिधि संस्था क्रेडाई ने राष्ट्र के साथ एकजुटता दिखाते हुए और गलवान घाटी के शहीदों को श्रद्धांजलि और सम्मान के प्रतीक के रूप में अपने सदस्यों से आग्रह किया है कि वे चीन निर्मित वस्तुओं पर निर्भर न रहें। क्रेडाई ने सदस्यों से यह भी अपील की है कि वे स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को प्रोत्साहित करें।
क्रेडाई की इस पहल के बारे में क्रेडाई नेशनल के अध्यक्ष सतीश मगर ने कहा, ‘‘हम अपने डेवलपर सदस्यों से अपील करते हैं कि वे चीनी सामानों पर निर्भर न रहें और अपने जीवन और कारोबारी गतिविधियों के दौरान ‘स्वदेशी‘ या ‘मेड इन इंडिया‘ प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। क्रेडाई ने रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े सभी 250 संबद्ध उद्योगों से भी अनुरोध किया है कि वे स्थानीय स्तर पर उत्पादों के निर्माण को बढ़ावा दें और खास तौर पर ऐसे प्रोडक्ट्स का देश में ही निर्माण करें, जिन्हें वर्तमान में चीन से आयात किया जा रहा है और जो बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था का समर्थन करते हैं।‘‘
कोविड- 19 के कारण चीन से आने वाली आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान है जिसके कारण परियोजनाओं को पूरा करने में देरी हुई है। ऐसे दौर में स्थानीय स्तर पर उत्पादन को बढ़ावा देने और उनकी खरीद करने से नुकसान भी कम होगा और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। ऐसी वस्तुओं के निर्माण के लिहाज से जरूरी अधिकांश कच्चे माल का निर्माण पहले से ही देश में एमएसएमई क्षेत्र द्वारा किया जा रहा है। क्रेडाई ऐसी सामग्री के उत्पादन के लिए स्थानीय निर्माताओं को अपना समर्थन देने के लिए तैयार है जिनका वर्तमान में आयात किया जा रहा है और इस तरह विदेशी से स्वदेशी की तरफ बदलाव से जुड़ी मुहिम को तेज करने में अपना योगदान देना चाहता है। इस क्षेत्र में देश में पहले से ही 52 मिलियन से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं और यह कदम रोजगार के अवसरों को और अधिक बढ़ाएगा और अर्थव्यवस्था को भी आवश्यक प्रोत्साहन देगा। इसके अतिरिक्त यह कदम रियल्टी क्षेत्र से जुड़े 250 से अधिक संबद्ध एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देगा और बदले में सकल घरेलू उत्पाद में समग्र योगदान को बढ़ाएगा।