प्रियंका का अमेठी वालों से सवाल, क्या आपको ऐसी निर्मम सरकार और प्रधानमंत्री चाहिए?
इंस्टेंटखबर ब्यूरो
शनिवार को पदयात्रा के दौरान अमेठी पहुंचे दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. अमेठी ने पदयात्रा में भारी संख्या में आये लोगों से सवाल किया कि क्या आपको ऐसी निर्मम सरकार और प्रधानमंत्री चाहिए? प्रियंका ने कहा कि भाजपा ने आपको सिर्फ वोटबैंक बना रखा है। तरक्की सिर्फ उनके मित्रों की हुई है, विकास सिर्फ उनका हुआ है, आप त्रस्त हैं, परेशान हैं। मैं आपसे आग्रह करती हूं कि बदल डालिए ये सरकार। अगर आपके विकास की बात न करें तो बदल दीजिए।
काफी समय बाद अमेठी पहुंचीं प्रियंका गाँधी ने कहा, आज यहां आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आपने जो प्यार दिया, इसके लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं। प्रियंका ने बताया कि हम सब यहां पिता जी के साथ आया करते थे। उस समय यहां सड़कें नहीं होती थीं। कांग्रेस ने सड़कों का जाल बिछाया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, मुझे आपने ही सिखाया है कि राजनीति सेवा होती है। आपने ही सिखाया कि लोगों की बात सुननी चाहिए। आपने ही सिखाया कि जनता सेवा कैसे की जाती है। मैंने जो सीखा है, आपसे ही सीखा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने एक गैस सिलेंडर देकर फुर्सत पा ली। मैं चाहती हूं कि आपको भागीदारी दी जाए। आपको आपका अधिकार मिले। आप सशक्त बनें। आपके लिए 75 दक्षता विद्यालय खोल जाएंगे। प्रदेश में 20 लाख नौकरियां दी जाएंगी। मेरी बहनों को सशक्त बनाने के लिए 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को मिलेंगे। छात्राओं की सुरक्षा और पढ़ाई के लिए उन्हें स्मार्टफोन और स्कूटी दी जाएगी।
प्रियंका ने प्रतिज्ञा दोहराई कि कांग्रेस आई तो किसानों का पूरा कर्जा माफ होगा। सबका बिजली बिल हाफ होगा। कोरोना काल का बकाया माफ किया जाएगा। धान 2500 में खरीदा जाएगा। कोरोना की आर्थिक मार झेलने वाले परिवार को 25000 दिए जाएंगे।
उन्होंने भाजपा से सवाल करते हुए कहा, सात साल से केंद्र में आपकी सरकार है, वह सिर्फ 70 साल की बात करते हैं, वे ये क्यों नहीं बताते कि सात साल में काम क्या किया है? सिर्फ जातिवाद और सांप्रदायिक बाते क्यों करते हैं। यहां की फैक्ट्रियां किसने लगाई थीं, किसने बंद कराईं, सब आप जानते हैं।
प्रियंका ने आगे कहा, वो आपको गन्ने का दाम नहीं दे सकते, आपको खाद नहीं दे सकते, लेकिन 8000 करोड़ के जहाज में चढ़कर यहां नौटंकी करने आ सकते हैं। सबकी आस्था होती है, लेकिन सब दिखावा नहीं करते। किसानों को कुचल कर मार दिया गया। किसने मारा आप जानते हैं। किसने उनके साथ मंच साझा किया, कौन उन्हें बर्खास्त नहीं कर रहा है, सब आप जानते हैं। क्या आपको ऐसी निर्मम सरकार और प्रधानमंत्री चाहिए?