प्रियंका गांधी की वोटरों से अपील, वोट सिर्फ़ उसे दीजिए जिसने आपके लिए काम किया हो
टीम इंस्टेंटखबर
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा है कि देश की उन्नति तब होती है जब देश एकजुट होता है और आज समाज का हर वर्ग परेशान है तब ज़रूरत है कि प्रदेश की जनता एकबार फिर एकजुट हो।
उन्होंने मतदाताओं से नेताओं को जिम्मेदार और जवाबदेह बनाने की अपील करते हुए कहा कि वोट सिर्फ़ उसी को दीजिए जिसने उनके लिए काम किया हो और पिछले तीन साल में जनता के मुद्दों पर जनता के साथ तो सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी खड़ी रही है और संघर्ष किया है।
उत्तर प्रदेश की 117 विधानसभाओं में ‘‘कांग्रेस प्रतिज्ञा वर्चुअल महारैली’’ को संबोधित करते हुए प्रियंका गाँधी ने कहा आज उत्तर प्रदेश का युवा बेरोजगारी से परेशान हैं। कारोबारी गलत नीतियों से परेशान हैं, यूपी में हर जगह बेरोजगारी है, महंगाई है, महिलाओं के साथ अत्याचार है, किसानों को खाद बीज और फसलों का दाम नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में छोटे-बड़े व्यापारी परेशान हैं, जीएसटी में दिक्कतें हैं, कोरोना से कारोबार ठप हो गया है, बिजली बिल भरना है, बच्चों की स्कूल फीस देनी है, कुल मिलकर उनका जीवन मुश्किल हो गया है। खाद वितरण में समस्या है, किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, पांच साल से प्रदेश में 12 लाख पद खाली पड़े हैं। कोई राजनीतिक दल यह नहीं बताता कि वे बरोजगार युवाओं के लिए क्या करेंगे? पेट्रोल डीजल, गैस सिलेंडर के दाम इतने बढ़ गए हैं कि उसे आप खरीद नहीं सकते।
उन्होंने किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना कहा कि चुनाव के समय सिर्फ जज्बाती बातें क्यों होती हैं? जब नेता आपके बीच आते हैं तो आपके मुद्दों की बातें क्यों नहीं होतीं? आपकी फसल के दाम की बात क्यों नहीं होती? महंगाई, बेरोजगारी की बात क्यों नहीं होती? ललितपुर की वह घटना कोई नहीं भूल सकता है, जब एक बोरी खाद के इंतजार में लाइन में लगकर किसान की मौत हो जाती है, यह बात क्यों नहीं होती?
उन्होंने कहा कि नेता बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन वे अपने काम के आधार पर वोट नहीं मांग रहे हैं। वे वोट मांग रहे हैं जनता से जज्बातों के आधार पर। वे वोट मांगते हैं जाति-धर्म पर। वे जनता की परेशानियों पर बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने तीन घोषणा पत्र लाई है जिसमें प्रदेश की सारी समस्याओं का समाधान है। हमने किसानों, युवाओं, महिलाओं और पूरे प्रदेश के लिए खाका तैयार किया है।
प्रधानमंत्री के दोनों मित्र एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति बन गए। सरकार अपने मित्रों के लिए सब कर रही है। देश के सारे संसाधन उन्हें बेचे जा रहे हैं। बजट की नीतियां भी उन्हीं के लिए हैं। लेकिन उनके पास जनता के लिए कुछ नहीं है। इस सरकार में बड़े बड़े उद्योगपति फल-फूल रहे हैं और छोटे-मझोले व्यापारी परेशान हैं, लोगों को रोजी-रोटी कमाना मुश्किल हो रहा है। प्रधानमंत्री अपने लिए 16 हजार करोड़ में जहाज खरीद रहे हैं लेकिन गन्ना किसानों का 14 हजार करोड़ बकाया है, उसे नहीं दे पा रहे हैं। प्रधानमंत्री अपने मित्रों को और अमीर बना रहे हैं लेकिन किसानों को खाद की लाइन में लगकर जान देनी पड़ी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों के लिए हमने तय किया है कि सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर सारा कर्ज माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं की समस्या के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार ने 2 रुपये किलो गोबर खरीदना शुरू किया, वर्मी कंपोस्टिंग शुरू की। कांग्रेस यूपी में भी ये नीतियां लागू करेगी। पशुओं से आपको आय होगी तो आवारा पशुओं की समस्या खत्म हो जाएगी। कांग्रेस की सरकार गेहूं और धान 2500 रुपये प्रति क्विंटल खरीदेगी। गन्ना किसानों का समय पर भुगतान होगा। आवारा पशुओं की समस्या खत्म होगी। छोटे शहरों में जो भी पारंपरिक व्यापार हैं, उन्हें मजबूत बनाया जाएगा ताकि स्थानीय रोजगार पैदा हों।
लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा महिलाओं के लिए हमने अलग से घोषणा पत्र बनाया है। हमारी योजना है कि हम 20 लाख सरकारी रोजगार देंगे, जिसमें 40 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए होंगे। प्रदेश भर में हर जिले में महिलाओं के लिए दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे। सरकार महिलाओं को एक गैस सिलेंडर देकर अपनी जिम्मेदारी से फुर्सत समझती है। हम तीन गैस सिलेंडर देंगे, लेकिन असल चीज है कि महिलाएं अपने पैरों पर कैसे खड़ी हों। हमने अपने शक्ति विधान में इसका पूरा खाका तैयार किया है।
भर्ती विधान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे नौजवान हैं जिन्होंने नौकरी के इंतजार में पांच-छह साल गंवा दिए, लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रहीं। हम इसके लिए एक कमीशन और कानून बनाएंगे। हर जॉब का एक भर्ती कैलेंडर आएगा। हर जॉब कैलेंडर के पालन के लिए कानून होगा। हर भर्ती छह महीने में पूरी होगी। अगर जॉब कैलेंडर का उल्लंघन होगा तो जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई होगी। युवाओं के साथ खिलवाड़ बंद किया जाएगा।