लॉकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकों का सूरत में पुलिस से संघर्ष, हुआ लाठीचार्ज, छोड़े गए आंसू गैस के गोले
सूरत: देश में जारी लॉकडाउन की वजह से अलग-अलग हिस्सों में लोग फंसे हैं। इनमें काफी संख्या में श्रमिक भी हैं और लगातार घर जाने देने के लिए व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच घर जाने की मांग कर रहे प्रवासी श्रमिकों का एक वीडियो सामने आया है, जो गुजरात के सूरत का है। जहां गुजरात के बाहर के राज्यों से आए करीब एक हजार से ज्यादा श्रमिक अपने प्रदेश जाने की मांग के साथ सोमवार को सड़क पर उतर गए।
एक अधिकारी ने बताया कि अपने अपने गृह नगर लौटना चाह रहे सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों की पुलिस के साथ झड़प हुई है। इस दौरान श्रमिकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
अधिकारी ने बताया कि घटना सूरत के बाहरी इलाके वारेली गांव के पास हुई। इस दौरान श्रमिकों ने सूरत-कडोदरा रोड के पास खड़े कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शन के दौरान श्रमिकों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। उन्होंने बताया कि हालांकि अब स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारी ने बताया कि प्रवासी श्रमिक मांग कर रहे थे उन्हें उनके मूल निवास स्थान में वापस भेजने की व्यवस्था की जाए।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पिछले 42 दिनों से लॉकडाउन जारी है। हालांकि अब लॉकडाउन के तीसरे चरण में थोड़ी रियायत भी दी गई है और जगह-जगह फंसे लोगों को ले जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही है।
गुजरात में रविवार को कोविड-19 के 374 नए मामले आए और 28 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। रोजाना सामने आने वाले मामलों में यह सर्वाधिक है। कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 5,428 हो गई। कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 290 हो गई है। अहमदाबाद से सर्वाधिक 274 और सूरत और वडोदरा से 25-25 मामले आए हैं। रविवार को राज्य के 12 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आए।