कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे कांग्रेसियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ: उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के आवाहन पर मोदी सरकार द्वारा बनाये गये किसान विरोधी तीन काले कानून के खिलाफ आज प्रदेशव्यापी आन्दोलन के तहत हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता जिलो-जिलों में सड़कों पर उतरे जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में विधानसभा की ओर कूच कर रहे हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं को परिवर्तन चैाक पर योगी सरकार के इशारे पर भारी पुलिस बल द्वारा जबरिया गिरफ्तार कर लिया गया और बसों में भरकर इको गार्डेन ले गये। देर सायं उन्हें रिहा किया गया। कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह को परिवर्तन चैाक पहुंचने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गयी जहां देर सायं रिहा किया गया।
परिवर्तन चैाक पर लखीमपुर, कानपुर, बाराबंकी, फैजाबाद, रायबरेली, अमेठी आदि जनपदों से हजारों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने कहा कि भाजपा द्वारा बनाये गये नये तीन कृषि कानून देश के अन्नदाता को बदहाली पर पहुंचाने वाला है। नये कानून में कृषि उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने का जिक्र न होना इस बात की तरफ इशारा करता है कि सरकार ने कृषि व्यवस्था को पूरी तरह से कार्पोरेट और पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। इससे देश की कृषि व्यवस्था जिसमें 86.4 प्रतिशत किसान जिसकी जोत 2 एकड़ से कम है वह नई प्रतिस्पर्धात्मक व्यवस्था से बाहर हो जायेगा और किसान अधिकार विहीन हो जाएगा उसकी हैसियत मात्र एक मजदूर की हो जाएगी। तीनों नये कृषि कानूनों में एम0एस0पी0 का जिक्र न किये जाने से सरकारी अनाज मंडिया, सब्जी तथा फल मंडिया समाप्त हो जायेंगीं जिसकी वजह से किसान पूंजीपतियों द्वारा तय किये गये मूल्य पर अपने उत्पादित फसल को बेंचने के लिए बाध्य हो जाएगा। अनाज मण्डी, सब्जी व फल मण्डी खत्म करने से कृषि उपज व्यवस्था पूरी तरीके से नष्ट हो जाएगी और पूंजीपतियों को फायदा हेागा। आवश्यक वस्तु अधिनियम की सूची से अनाज, दालें, खाद्य तेल, आलू, प्याज आदि बुनियादी चीजों को बाहर करने से कारोबारी जमा खोरी करना शुरू कर देंगे, कीमतों में अस्थिरता आ जायेगी और देश में कालाबाजारी बढ़ जाएगी जिसका खामियाजा देश की बेहाल परेशान जनता और किसान को भुगतना पड़ेगा, जिसे कंाग्रेस पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के हितों के लिए शुरू से ही संघर्ष करती रही है और जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लिया जाता तब तक चुप नहीं बैठेगी और सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार इस आन्दोलन से इतना भयभीत है कि कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में रात से ही नजरबंद कर दिया गया और भारी पुलिस का पहरा लगा दिया है। वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा‘मोना’, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उनके घरों में नजरबंद किया गया। पुलिस द्वारा कांग्रेसजनों को जगह-जगह पर रोके जाने के तहत बाराबंकी मोड़ पर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव को लगभग डेढ़ घण्टे पुलिस ने हिरासत में रखा। जिला कांग्रेस लखनऊ के अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी केा उनके घर पर नजरबंद किया गया। ओंकारनाथ सिंह, अशोक सिंह, हरनाम सिंह चौहान, शैलेन्द्र तिवारी केा उनके घरों में नजरबंद किया गया। झांसी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य एवं शहर अध्यक्ष अरविन्द वशिष्ट को उनके घरों में नजरबंद किया गया। रायबरेली में अशोक सिंह को उनके घर पर नजरबंद किया गया।