मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बोले पीएम, वैज्ञानिक बता सकते हैं कब आएगी वैक्सीन
नई दिल्ली: कोविड-19 वैक्सीन से जुड़ी सकारात्मक खबरों के बीच देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 91 लाख के पार पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना महामारी को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैक्सीन कब आएगी, इसका समय हम तय नहीं कर सकते हैं. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कुछ लोग वैक्सीन के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना मुद्दे पर पीएम की बैठक समाप्त हो गई है.
वैक्सीन पर राजनीति
सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा, “वैक्सीन कब आएगी, इसका समय हम तय नहीं कर सकते. यह आपके और हमारे हाथ में नहीं है. वैज्ञानिकों के हाथ में है. कुछ लोग इसे लेकर राजनीति करते हैं. राजनीति करने से किसी को रोका नहीं जा सकता है.”
राज्यों से कई बार बैठकें
इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बधेल और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री मोदी कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए अब तक कई बार राज्यों के साथ बैठकें कर चुके हैं.
ममता बनर्जी ने कहा-कोरोना से अच्छी तरह निपटे
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत में कहा कि राज्य में कोविड-19 संबंधी हालात से कुशलतापूर्वक निपटा गया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
केजरीवाल ने उठाया पराली का मुद्दा
बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पराली के मुद्दे पर दखल देने की अपील की. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हैं, जिनमें प्रदूषण भी एक कारण है. कोरोना के बीच पराली जलाने के चलते वायरस का खतरा और बढ़ गया है. विशेषज्ञों ने पराली जलाने के सीजन के पहले ही कहा था कि ठंड और पराली से बढ़े प्रदूषण से कोरोना की समस्या और गंभीर हो सकती है.