अम्न और शांति से निकले दो समुदायों के जुलूस, पुलिस अधिकारियों का सम्मान
फतेहपुर, बाराबंकी।
क़ौमी एकता एवं गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल हिन्दुस्तान में कोई क़ौमी त्यौहार हो या धार्मिक त्यौहार हो या जलसा हो या जुलूस पुलिस अधिकारी व सिपाही सदैव इसी प्रयास में लगे रहते हैं, कि यह कार्यक्रम अमन-शान्ति के साथ सम्पन्न हो जाएं, कहीं पर कोई समस्या न उतपन्न हो, फिर भी अगर कहीं पर कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसे हमारे पुलिस अधिकारी ही हल करते हैं। यदि पुलिस अधिकारी अपनी पूरी जिम्मेदारी और मुस्तैदी के के साथ अपनी ड्यूटी न करें तो समाज में आए दिन समस्याएँ पैदा हों। उक्त विचार अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड फतेहपुर के उपसचिव ने मास्टर अहमद सईद हर्फ़ ने व्यक्त किये।
उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसे पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों पा फ़ख्र करते हैं जो अपना फर्ज और डियूटी पूरी जिम्मेदारी और मुस्तैदी के साथ निभाते हैं। अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड के नेतृत्व में 94 वां क़दीमी तारीख़ी जुलूस मदहे-सहाबा रज़ी0 निकलना था उसी दिन वाल्मीकि जियन्ती का भी जुलूस निकलना था, तीन रास्ते ऐसे थे जहाँ एक ही वक़्त में दोनों जुलूस को निकालना था, प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय ने दोनों जुलूस के ज़िम्मेदारों से बात की जिससे दोनों जुलूस के ज़िम्मेदारों ने अपना अपना समय आगे पीछे करके आपसी सहमति से टाइमिंग सेट कर ली, जिससे दोनों जुलूस बड़ी ही शानो-शौकत के साथ निकले। जगह जगह दोनों जुलूस का जनता ने स्वागत किया। जुलूस मदहे-सहाबा जुलूस मदहे- सहाबा अमन शान्ति के साथ सम्पन्न हो, इसके लिए सी0 ओ0 योगेंद्र कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पाण्डेय, एस0 एस0 आई0 सतीश कुमार सिंह एवं चौकी इंचार्ज विजय कुमार सिंह सहित कई अधिकारियों व सिपाहियों ने सुबह 8:30 बजे से रात 9:00 बजे तक अपना सहयोग प्रदान किया। जिसके लिए अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड फतेहपुर के पदाधिकारियों व सदस्यों के द्वारा सी0 ओ0 योगेंद्र कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पाण्डेय, एस0 एस0 आई0 सतीश कुमार सिंह, चौकी इंचार्ज विजय कुमार सिंह को अंजुमन कार्यालय में शील और शॉल देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अंजुमन की सीरत कमेटी के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद साबिर कासमी, उपाध्यक्ष मोहम्मद वहीद, मोहम्मद आकिल उर्फ राजा, अतीक अहमद, उप सचिव मोहम्मद शकील सदफ, खजांची हाजी एजाज़ अहमद अन्सारी, समाजसेवी डॉ0 समर सिंह, मोहम्मद शाकिर बहलीमी, हस्सान वासिफ, मेराज अहमद आदि उपस्थित रहे।