दिल्ली
कश्मीर के बिगड़ते हालात पर आज नार्थ ब्लॉक में केंद्रीय गृह मंत्री, ख़ुफ़िया एजेंसियों के प्रमुखों और NSA के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक के बाद गृहमंत्री अमित शाह अपनी ब्रीफिंग में घाटी में हिंसक वारदातों के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया।

जानकारी के अनुसार बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि कश्मीर से हिन्दुओं को वहीँ पर सुरक्षित जगहों पर रखा जायेगा, उन्हें पलायन से रोका जाएगा। बता दें कि लक्षित हत्याओं की बढ़ती घटनाओं पर अब कश्मीरी पंडितों ने घाटी से पलायन का एलान कर दिया है. सरकार इस एलान से बहुत चिंतित है.

सरकार ने कश्मीर में बढ़ते हिंसा के स्तर पर कहा कि यह कुछ लोगों के ग्रुप की कार्रवाई है जो सीमा पार से मिले इशारों पर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं

NDTV के खबर के अनुसार बैठक में अधिकारीयों ने घाटी में तालिबान की मौजूदगी से इंकार किया। बैठक में फैसला लिया गया कि कश्मीर पंडितों की सुरक्षा कश्मीर में किसी सुरक्षित स्थान कर की जाएगी। अधिकारी ने बैठक में बताया कि सीमा पार से हो रही बातचीत को इंटरसेप्ट पता चला है कि पडोसी देश इस तरह की घटनाओं को और तेज़ करने की तैयारी में है.

बैठक में आंतरिक और बाहरी दोनों एजेंसियों के खुफिया प्रमुख इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार और RAW के प्रमुख सामंत गोयल के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और DGP दिलबाग सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह को जारी हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी.