18 साल के लंबे इंतजार के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ पाकिस्तान ने जीती टेस्ट श्रंखला, हसन अली के दस विकेट
रावलपिण्डी: पाकिस्तान ने करीब 18 साल के लंबे इंतजार के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली टेस्ट सीरीज जीत ली है. रावलपिंडी में खेले गए दो मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट के आखिरी दिन पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका को 95 रनों से हरा दिया. पाकिस्तान से मिले 370 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिरी दिन साउथ अफ्रीकी टीम अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ा गई और 274 रनों पर ढेर हो गई. मैच में पाकिस्तान की जीत के हीरो रहा एक ऐसा खिलाड़ी, जिसका भारत से बेहद खास रिश्ता है और लंबे इंतजार के बाद पाकिस्तानी टीम में उसकी वापसी हुई थी.
सीरीज में पहले ही 1-0 की बढ़त हासिल कर चुकी पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज जीतने के लिए आखिरी दिन 7 विकेट की जरूरत थी, जबकि साउथ अफ्रीका को करीब ढाई सौ रनों की जरूरत थी. साउथ अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और रासी वैन डर डुसें (48) चौथे दिन के स्कोर में एक भी रन जोड़े बिना ही पवेलियन लौट गए. जल्द ही फाफ डुुप्लेसी (5) भी चलते बने.
यहां से एडन मार्करम ने टेम्बा बवुमा के साथ एक अच्छी साझेदारी की. इस दौरान मार्करम ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पांचवां शतक जमाया. लगभग 3 साल के बाद मार्करम का ये पहला शतक था. दोनों ने मिलकर टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया और अफ्रीकी टीम मैच बचाने की स्थिति में लग रही थी. दोनों के बीच शतकीय साझेदारी भी हुई.
इसी बीच भारत से खास रिश्ता रखने वाले तेज गेंदबाज हसन अली ने एक बार फिर अपना जलवा दिखाया. हसन ने पहले मार्करम (108) का विकेट झटका और फिर अगली ही गेंद पर कप्तान क्विंटन डि कॉक को भी बिना खाता खोले पवेलियन लौटा दिया. टेम्बा बवुमा ने कुछ देर तक संघर्ष किया, लेकिन टीम के बाकी खिलाड़ी साथ छोड़ते रहे और पूरी अफ्रीकी टीम 274 रनों पर ढेर हो गई. बवुमा ने 61 रन बनाए.
पाकिस्तान की इस जीत के हीरो बने 26 साल के तेज गेंदबाज हसन अली. हसन अली ने मैच की दोनों पारियों में 5-5 विकेट लिए और साउथ अफ्रीकी बैटिंग को तहस-नहस कर दिया. हसन ने पहली पारी में 54 रन देकर 5 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में मजबूत दिख रही अफ्रीकी टीम को पांचवें दिन लगातार झटके देकर समर्पण के लिए मजबूर कर दिया. दूसरी पारी में हसन ने 60 रन देकर 5 विकेट झटके. इस तरह 10 विकेट लेकर उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया.
तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने भी 4 विकेट झटक कर जीत में अहम योगदान दिया. वहीं पहली बार पाकिस्तानी टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे बाबर आजम को पहली ही सीरीज में जीत मिल गई.