आत्मनिर्भर भारत का मंत्र ही भारत को महाशक्ति बना सकता: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां विधान भवन के मुख्य द्वार पर ध्वजारोहण किया। उन्हांेने कहा कि आज का दिन उत्साह और उमंग का दिन है। अनगिनत त्याग और बलिदान के फलस्वरूप 15 अगस्त, 1947 को स्वाधीनता प्राप्त हुई। सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में स्वाधीनता आन्दोलन चला था। मुख्यमंत्री जी ने सरदार पटेल, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहब डाॅ0 भीम राव आम्बेडकर, डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे भारत माता के वीर सपूतों को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश की स्वाधीनता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना बलिदान देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 05 पुलिस कर्मियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक’ प्रदान किए जाने की घोषणा की।
मख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रहा है। कोविड-19 के विरुद्ध प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से व्यवस्थित रूप में कार्य योजना प्रारम्भ हुई, उसी का परिणाम है कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत सुरक्षित और संतोषजनक स्थिति में है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए कोरोना वाॅरियर्स के रूप में हमारे जनप्रतिनिधियों, शासन-प्रशासन के अधिकारियों/कर्मचारियों, स्वास्थ्यकर्मियों, स्वच्छताकर्मियों, पुलिस और मिलिट्री से जुड़े जवानों ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने दूसरों की सेवा व जान बचाते हुए संक्रमण की वजह से अपनी जान गंवाने वाले कोराना वाॅरियर्स को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की स्वाधीनता के महत्व को प्रत्येक व्यक्ति को समझना होगा और इस स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सार्थक प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में प्रधानमंत्री जी ने 01 लाख 70 करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज से देश की सबसे बड़ी खाद्यान्न योजना को प्रारम्भ किया। इसके माध्यम से 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 18 करोड़ लोगों को अप्रैल, 2020 से लेकर अब तक अनवरत महीने में दो बार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों, स्ट्रीट वेण्डरों, गरीब, प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को खाद्यान्न और भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध करावाने का कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश की मशीनरी ने पूरी टीम भावना के साथ काम किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कोरोना काल खण्ड में सेवा के साथ-साथ अपने विकास कार्यों के माध्यम से देश और दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखना है तो हमें भारत को एक महाशक्ति के रूप में प्रस्तुत करना होगा। प्रधानमंत्री जी ने भारत को महाशक्ति बनाने के उद्देश्य से आत्मनिर्भर भारत का जो मंत्र दिया है, यह मंत्र ही भारत को महाशक्ति बना सकता है। प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर पैकेज के माध्यम से देश और प्रदेश सशक्त हो रहे हैं। स्वदेशी और स्वावलम्बन के महत्व के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना को आगे बढ़ाया गया है। हर जनपद में एक उत्पाद को चिन्हित कर उसकी ब्राण्डिंग, मार्केटिंग, डिजाइनिंग और उसको तकनीक के साथ जोड़कर वैश्विक बाजार में उसे आगे बढ़ाने का कार्य मजबूती से हुआ है। इससेे प्रदेश में निर्यात की सम्भावनाएं भी बढ़ी हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में अन्नदाता के लिए योजनाएं सफलतापूर्वक संचालित की गयीं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, लाॅकडाउन के दौरान किसानों को मशीनरी उपलब्ध कराने के कार्य सहित विभिन्न कार्याें को प्रदेश सरकार ने सफलतापूर्वक किया। किसानों द्वारा अपनी फसल काटने व बाजारों तक पहुंचाने हेतु राज्य सरकार की कार्ययोजना को अंगीकार करते हुए दिखा दिया गया कि कोरोना काल खण्ड के दौरान हम संकट में भी समाधान का मार्ग निकाल लेते हैं। कोरोना काल खण्ड में प्रदेश में 119 चीनी मिलों व 2,500 कोल्ड स्टोेरेज का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। 40 लाख से अधिक कामगार/श्रमिक वापस उत्तर प्रदेश आए। इन सबकी ऊर्जा का सदुपयोग प्रदेश के नवनिर्माण में किया जा रहा है।