त्यागमूर्ति माता रमाबाई अम्बेडकर जैसा त्याग ही बहुजनो का नया इतिहास लिख सकता है : लक्ष्य
लखनऊ: लक्ष्य की महिला कमांडरों ने माता रमाबाई अम्बेडकर जी की जयंती लखनऊ के जानकीपुरम में स्थित लक्ष्य के प्रांतीय कार्यालय में बड़ी धूमधाम से मनाई ।
इस अवसर पर लक्ष्य की कमांडरों ने केक काटा और उनके त्याग व बलिदान पर विस्तार से चर्चा की और साथ ही साथ गीत व कविताओं से उनके संघर्ष को आगे बढ़ाने की शपथ भी ली।
समाज के महापुरुषों व महानायिकाओं के जीवन में झांककर देखोगे तो केवल और केवल त्याग, बलिदान तथा लंबा संघर्ष ही दिखाई देगा। जो आज की पीढ़ी को एक आयना दिखाएगा कि जो कुछ भी हम लोगों को मिल रहा है वह केवल और केवल उनके संघर्षों का ही परिणाम है अर्थात् आज हम लोगों को जो अधिकार व अच्छा जीवन मिला है, वह केवल हमारे महापुरुषों के खून से लिखा इतिहास है। यह बात लक्ष्य की महिला कमांडरों ने माता रमाबाई अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि अगर हम लोगों को इस जीवन को बनाए रखना है या और बेहतर जीवन बनाना है तो हमे अपने महापुरुषों व महानायिकाओं के त्याग और संघर्ष को याद रखकर उनके संघर्ष को आगे बढ़ाना होगा अर्थात् माता रमाबाई अम्बेडकर जैसा त्याग ही बहुजनो का नया इतिहास लिख सकता है l
लक्ष्य कमांडरों ने जोर देते हुए कहा कि हमें ईमानदारी के साथ मंथन करना चाहिए कि महापुरुषों के इस आंदोलन में हमारा क्या योगदान है या हम लोग केवल और केवल अपना पेट ही भरते रह गए जैसा कि एक जानवर भरता है । उन्होंने कहा कि आओ मिलकर एक नई शुरुआत करें। हम और कुछ करें या ना करें लेकिन टांग खींचना बंद करें क्योंकि यह भी एक सहयोग है और अगर टांग खींचना बंद कर देंगे तो अवश्य एक दिन सहयोगी भी बन जायेंगे।