सकारात्मक चर्चाएं ही समाज में बदलाव के भाव को मजबूत कर सकती हैं : लक्ष्य
लक्ष्य की टीम ने “बहुजन समाज पर पूना पैक्ट के दुष्परिणाम” विषय पर चर्चा का आयोजन लखनऊ के जानकीपुरम में स्थित लक्ष्य कमांडर राजकुमारी कौशल जी के निवास पर किया। जिसमें लक्ष्य की महिला कमांडर्स व लक्ष्य युथ कमांडर्स ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। लक्ष्य कमांडरों ने पूना पैक्ट की बारीकियों पर विस्तार से प्रकाश डाला |
आंदोलन में बहुत सी घटनाएं घटती है अर्थात् आंदोलन एक लम्बा संघर्ष है जिसमें बहुत से उतार चढाव आते हैं और अगर उस आंदोलन से सम्बंधित लोग उन उतार चढ़ावों से विचलित हो जाते है और वे केवल और केवल नकारात्मक चर्चा करने लगते है, तो उसका दुष्परिणाम यह होगा कि वह आंदोलन अपनी दिशा से भटक जायेगा यानि कि विपरीत दिशा में चलने लगेगा और अपने लक्ष्य से कोसो दूर पहुँच जायेगा। यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपनी चर्चा के दौरान कही |
उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच रखने वाले लोग ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाते है अर्थात् वे ही हुक्मरान बन पाते है। सकारात्मक चर्चाएं ही समाज में बदलाव के भाव को मजबूत कर सकती हैं। इसलिए बहुजन समाज के लोगों को केवल और केवल समाज में सकारात्मक चर्चाएं ही करनी चाहिए | इस अवसर पर लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के अधिकारों के लिए बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा किए गए संघर्ष को याद किया और इन पर चलने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर लक्ष्य के अन्य कमांडरों ने भी अपने अनुभवों को साझा किया और सभी कमांडर्स सकारात्मकता से ओत-प्रोत दिखाई दिए तथा उन्होंने समाज में सकारात्मक चर्चाएं तेज करने की बात कही |