पेरिस ओलंपिक में भारत का सफर खत्म हो चुका है. 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चले खेलों के इस महाकुंभ में भारत की ओर से 117 एथलीट्स ने 16 खेलों में हिस्सा लिया. इस दौरान कई भारतीय एथलीट्स चौथे नंबर पर रहे और मेडल से चूक गए. इसमें पीवी सिंधू, मीराबाई चानू, निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं. वहीं विनेश फोगाट दूर्भाग्यपूर्ण तरीके से मेडल नहीं जीत सकीं. दूसरी ओर नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह, अमन सहरावत और भारतीय हॉकी टीम ने मिलकर 6 मेडल जीते और पेरिस में भारत का परचम लहराया. हालांकि, ये प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था, क्योंकि बड़ा दल और कई अनुभवी एथलीट्स होने के कारण भारतीय फैंस को इससे ज्यादा की उम्मीद थी. क्या आपको पता है इन 6 मेडल के लिए कितने खर्च हुए हैं? आइये हम आपको विस्तार से हर खेल और खिलाड़ी की ट्रेनिंग पर हुए खर्च को विस्तार से बताते हैं.

भारत की ओर से पेरिस ओलंपिक में गए 117 एथलीट्स की ट्रेनिंग पर कुल 470 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. तब जाकर हमारा देश 6 मेडल हासिल कर सका. यानी भारत को एक मेडल के लिए करीब 78.33 करोड़ रुपए खर्च करने पड़े. अगर हम बात करें अलग खेलों की तो 16 खेलों में सबसे ज्यादा खर्च एथलेटिक्स पर किया गया. एथलेटिक्स के अलग-अलग खेलों के लिए कुल 96.08 करोड़ रुपए जारी किए गए थे, जिसमें केवल नीरज चोपड़ा सिल्वर जीतने में सफल रहे. इसके बाद सबसे ज्यादा खर्च बैडमिंटन पर किया गया था.

बैडमिंटन में पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी और एचएस प्रणॉय हिस्सा लिया था. इनकी ट्रेनिंग पर कुल 72.03 करोड़ लगाए गए थे. हालांकि, कोई भी मेडल हासिल नहीं कर सका. बॉक्सिंग इस मामले में तीसरे नंबर पर है, जिसमें लवलीना बोरगोहेन और निकहत जरीन समेत 6 बॉक्सर्स ने हिस्सा लिया था. उनकी ट्रेनिंग के लिए 60.93 करोड़ रुपए खर्च हुए थे. शूटिंग के खेल में 60.42 करोड़ रुपए खर्च हुए. इसमें मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने मिलकर 2 मेडल जीते. हॉकी के लिए 41.3 करोड़ और रेसलिंग की ट्रेनिंग में 37.8 करोड़ की लागत आई. दोनों में एक-एक ब्रॉन्ज हासिल हुआ. आर्चरी में 39.18 करोड़ खर्च हुए.

खेल कुल खर्च (करोड़ में)
वेटलिफ्टिंग 27
टेबल टेनिस 12.92
जूडो 6.33
स्वीमिंग 3.9
रोविंग 3.89
नौकायन 3.78
गोल्फ 1.74
टेनिस 1.67
इक्वेस्ट्रियन 0.95
जीतने वाले एथलीट्स पर कितना खर्च?
पेरिस ओलंपिक में कुल 6 मेडल भारत के नाम रहे, जिसमें से 4 व्यक्तिगत और 2 टीम इवेंट के थे. इसमें सबसे ज्यादा भारत के स्टार एथलीट और सिल्वर मेडल विजेता नीरज चोपड़ा की ट्रेनिंग के लिए 5.72 करोड़ रुपए लगाए गए थे. वहीं शूटिंग में ब्रॉन्ज जीतन वाली मनु भाकर पर 1.68 करोड़ और टीम इवेंट में उनका साथ देने वाले सरबजोत सिंह की ट्रेनिंग पर 1.46 करोड़ खर्चे गए थे. वहीं शूटिंग में ही ब्रॉन्ज लाने वाले स्वप्निल कुसाले को करीब 1.6 करोड़ रुपए की सहायता की गई थी. मेडल जीतने वालों में सबसे कम खर्च (72.41 लाख) 22 साल के अमन सहरावत पर किया गया था.

कई भारतीय एथलीट्स मेडल से बस कुछ कदम ही दूर रह गए. इसमें कई बड़े नाम शामिल थे. इसमें सबसे कम विनेश फोगाट पर 70.45 लाख खर्चे गए थे. वहीं सबसे ज्यादा पैसे सात्विकसाईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी पर लगाया गया था. अलग-अलग स्कीम के तहत उनकी ट्रेनिंग के लिए 5.62 करोड़ पर दिए गए थे. वहीं पीवी सिंधु के लिए 3.13 करोड़, मीराबाई चानू पर 2.74 करोड़, अनिश भानवाला पर 2.41 करोड़, रोहन बोपन्ना पर 1.56 करोड़, मनिका बत्रा पर 1.3 करोड़ लगाए गए थे.