नूपुर शर्मा की पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी असहनीय: तनवीर हाशमी
आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड और जमात-ए-अहल-ए-सुन्नत कर्नाटक ने महिला को गिरफ्तार करने की मांग की
नई दिल्ली
कुछ दिनों पहले एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान बद्नामे ज़माना, इस्लाम और मानवता की दुश्मन महिला नूपुर शर्मा ने पैगंबर-ए- इस्लाम और उम्मुल मोमिनीन सय्यदा आयशा सिद्दीका, पवित्र क़ुरआन और दीन-ए-इस्लाम के खिलाफ जो ज़हर फैलाया है उससे करोड़ों मुसलमानों का अपमान हुआ है।
आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के उपाध्यक्ष और जमात-ए-अहल-ए-सुन्नत कर्नाटक के अध्यक्ष हजरत मौलाना सय्यद मोहम्मद तनवीर हाशमी ने भारत सरकार से मांग की है कि देश का माहौल ख़राब करने वाली इस जहरीली महिला नूपुर शर्मा को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की बयानबाजी संप्रदायों की एक संगठित साजिश का हिस्सा है। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और गंगा-जमुनी सभ्यता और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के लिए देश-विरोधी तत्व इन दिनों लगातार काम कर रहे हैं।
देश बड़ी तेज़ी से नफरत की ओर बढ़ रहा है जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है। मौलाना सय्यद तनवीर हाशमी ने अपने प्रेस बयान में कहा कि ऐसी स्थिति में भारत के मुसलमान बड़ी समझदारी के साथ प्रख्यात विद्वानों के संरक्षण में आपसी परामर्श से कार्य करें। साम्प्रदायिकों की साजिश होती है कि वह इस तरह के घिनौने बयान देकर मुसलमानों को भड़काएँ जिससे उन्हें धार्मिक नफरत पैदा कर राजनीतिक फायदा पहुँच सके। इस्लाम के दुश्मनों को पता होना चाहिए कि पैगंबर-ए- इस्लाम, सहाबा-ए-किराम, इस्लाम और क़ुरआन की शान व अज़मत और इज़्ज़त इतनी कमज़ोर नहीं है कि कोई इसे नष्ट कर सके।
वर्तमान हालात में, विशेष रूप से देश में घृणा के ऐसे माहौल में हम धैर्यपूर्वक और गंभीरता से कानूनी कार्रवाई पर ध्यान दें, अपनी भावनाओं और जुनून को नियंत्रण में रखें। उलमा-ए-किराम ज़िम्मेदारी के साथ लगातार जुमा के ख़ुतबा में भारतीय मुसलमानों की रहनुमाई करें।