ऑस्ट्रेलिया के लिए अब हर मैच नॉक आउट जैसा: कमिंस
विश्वकप में अपने दोनों शुरुआती मैच हारकर ऑस्ट्रेलिया अब मुश्किल में है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को लगता है कि अब उनके लिए एकदिवसीय विश्व कप में प्रत्येक मैच फाइनल जैसा बन गया है। ऑस्ट्रेलिया को पहले मैच में भारत से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने उसे 134 रन से हराया था। अब उसे सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए लीग चरण के बचे हुए सात मैच में से कम से कम छह मैच में जरूर जीत दर्ज करनी होगी।
कमिंस को हालांकि लगता है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है। कमिंस ने श्रीलंका के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर रविवार को कहा, “अगर हम विश्व कप 2019 पर गौर करें तो भारत और दक्षिण अफ्रीका दो ऐसी टीम थी जिन्होंने हमें राउंड रोबिन दौर में हराया था। पिछले साल भी यही दो टीम थी जिनके खिलाफ हमें सबसे ज्यादा परेशानी हुई। अब हमारे पास ऐसी टीमों के खिलाफ खेलने का मौका है जिनके खिलाफ हम पिछले कुछ समय से नहीं खेले हैं और जिनके खिलाफ हमें काफी सफलता मिली है। इसलिए हम उन टीमों के खिलाफ आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेंगे।”
ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका और भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखलाओं में भी हार का सामना करना पड़ा था। कमिंस ने कहा, “हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही। अब प्रत्येक खिलाड़ी अनुकूल परिणाम हासिल करने के लिए बेताब है। हमने पहले दो मैच गंवाए हैं। अब हमें जीतना शुरू करना होगा और जल्द से जल्द ऐसा करना होगा। अब हमारे लिए प्रत्येक मैच फाइनल जैसा बन गया है। हमें अब प्रत्येक मैच में जीत दर्ज करनी होगी।”
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के लिए एक राहत की खबर ये है कि ट्रेविस हेड ने बाएं हाथ में फ्रैक्चर से उबरने के बाद रविवार को नेट अभ्यास किया जिससे मध्यक्रम के इस बल्लेबाज के भारत में खेले जा रहे एकदिवसीय विश्वकप के लिए टीम में जल्दी शामिल होने की उम्मीद बढ़ गयी है। हेड के गुरुवार को भारत आने की संभावना है। विश्व कप से पहले सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएत्जे की गेंद लगने के बाद उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। इस बात की संभावना कम है कि वह शुक्रवार को पाकिस्तान के खिलाफ मैच के उपलब्ध होंगे। वह हालांकि फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद 25 अक्टूबर को दिल्ली में नीदरलैंड के खिलाफ खेल सकते हैं।