अब चीन ने ट्रम्प की बिचौलिए बनने की पेशकश को ठुकराया
बीजिंग: भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता की पेशकश को चीनी विदेश मंत्रालय ने ठुकरा दिया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ”चीन और भारत बातचीत और परामर्श के माध्यम से मुद्दों को ठीक से हल करने में सक्षम हैं.”
बताते चले कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और चीन में जो चल रहा है उससे वह अच्छे मूड में नहीं हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे पर सरकारी सूत्रों का कहना है कि हाल फिलहाल में दोनों ही नेताओं के बीच कोई भी बातचीत नहीं हुई है.
सूत्र के मुताबिक, पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में कोई भी बातचीत नहीं हुई है. दोनों ही नेताओं के बीच पिछली बार 4 अप्रैल 2020 को हाइड्रोऑक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर चर्चा हुई थी.
उन्होंने कहा, ”कल (गुरुवार को), विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया था कि हम सीधे तौर पर स्थापित तंत्र और कूटनीतिक संपर्कों के माध्यम से चीन के संपर्क में हैं.”
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इससे पहले मध्यस्थता को लेकर 27 मई को ट्वीट किया था, ‘हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका उनके इस समय जोर पकड़ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है. धन्यवाद.’