जौनपुर में जबरन रोकी गई निषाद आरक्षण पदयात्रा
■ सद्भावना सेतु पर धरने पर बैठे यात्रा संयोजक कुँवर सिंह निषाद।
■ पुलिस पर लगाया बलपूर्वक दमन और मारपीट का आरोप।
■ बैकफुट पर आया पुलिस प्रशासन।
■ उत्तर प्रदेश में हर जिले में फूंकेंगे सरकार के पुतले होगा विरोध।
सर्वदलीय निषाद कश्यप यूनियन के बैनर तले निषाद समाज की पदयात्रा युवा नेता कुंवर सिंह निषाद के नेतृत्व में मथुरा से प्रारंभ होकर मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बाँदा, चित्रकूट, फतेहपुर, कौशाम्बी, इलाहाबाद, मिर्जापुर, भदोही होते हुए आज जौनपुर पहुँची।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य निषाद बिंद समाज को अनुसूचित जाति आरक्षण दिलाना है।
जिले में पदयात्रा की शुरुआत सद्भावना पुल से हुई जहाँ पुलिस प्रशासन द्वारा पदयात्रा को बल पूर्वक रोका गया जिंसमे पुलिस और निषाद समाज के नेताओं के मध्य जमकर धक्कामुक्की और झड़प हुई जिसके बाद निषाद कश्यप बिंद सड़क जाम कर धरना दे दिया ततपश्चात समाज के मनोबल और संख्या बल को देखते हुए जल्द ही पुलिस प्रशासन ने अपने कदम वापस खींच लिए। विशाल जुलूस नारे लगाता हुआ अम्बेडकर तिराहे पर पहुँचकर सभा मे परिवर्तित हो गया। सभा को संबोधित करते हुए कुंवर सिंह निषाद जी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे साथ जो मारपीट की गई है उसका मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा मोदी और सम्पूर्ण भाजपा तानाशाही पर उतारू है, अनुसूचित जाति आरक्षण को लेकर निषाद कश्यप मछुआरा समाज लंबे समय से आंदोलनरत है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी इसे अंकित किया था। परंतु 4 वर्ष से ज्यादा समय बीत गया सरकार आरक्षण देने में आनाकानी कर रही हैं। इसी क्रम में युवा नेता भास्कर निषाद ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार द्वारा समाज को आरक्षण देने की घोषणा करने के पश्चात भी जमीनी स्तर पर इसपर कोई अमल होता नही दिख रहा है। ऐसा लगता है कि सरकार की मंशा आरक्षण को मूर्त रूप देने की नही है।
निषाद समाज के नेताओ ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांग नही मानी गई तो निषाद बिंद समाज आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में पूरी ताकत झोंक देगा।
इस मौके पर युवा नेता पुष्पेंद्र निषाद, प्रभाकर निषाद, प्रमोद निषाद, अपलेश्वर निषाद, इंद्रजीत निषाद, संजय नाथ निषाद, शिवम नाविक, विश्वजीत, रितेश बिंद, नेहाल निषाद, प्रेमदेवी, नंदलाल, सूरज चौधरी, भवनेश, डेविड चौधरी, जिलाजीत निषाद, मिंटू निषाद, रामचंद्र बिंद, भानु निषाद, सुरेंद्र बिंद आदि उपस्थित रहे।