नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में सीमा पर जारी तनाव के बीच एक बार फिर से नेपाल की केपी ओली सरकार ने भारत के खिलाफ अहम फैसला लिया है। नेपाल की सरकार ने अब फैसला किया है कि वह अपने यहां स्कूलों में विवादित नक्शे को पाठ्यक्रम में शामिल करेगा। यही वजह है कि बीते मंगलवार ने ओली सरकार ने इस नए नक्शे के किताबों में शामिल करने के लिए हरी झंडी दे दी है।

काठमांडू पोस्ट की मानें तो नेपाल ने इसके अलावा, नेपाली लोगों में विवादित क्षेत्र को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए एक व दो रुपये के सिक्के में भी विवादित नक्शे को छापने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले से देखा जाए तो सीमा विवाद के मसले पर दोनों देशों के बीच फिर बातचीत के बाद हल निकलने की कम संभावना बचेगी।

ऐसे में रिपोर्ट की मानें तो काफी चालाकी से नेपाल ने यह फैसला लिया है। नेपाल जानता है कि ऐसा करने के बाद विवादित क्षेत्र को लेकर द्विपक्षीय वार्ता की संभावना कम होगी। ऐसे में नेपाल अपने लोगों को यह बताने की कोशिश में लगा है कि भारत ने लिपुलेख, लिंपियाधुरा व कालापानी आदि करीब 542 किमी नेपाल की जमीन पर कब्जा किया है।

मिल रही जानकारी के मुताबिक, सिक्कों पर विवादित नक्शे को अंकित करने के लिए केंद्रीय बैंक ने स्वीकृति दे दी है।