मध्य प्रदेश में घोषित भाजपा प्रत्याशियों की नज़र नहीं आया नारी शक्ति वंदन
हाल ही में संपन्न संसद के विशेष सत्र में बीजेपी ने ‘नारी शक्ति वंदन बिल’ को दोनों सदनों में पास कराया था. केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि इस कानून से महिलाओं को राजनीति में 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा. फिलहाल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी बीजेपी की पहली 3 उम्मीदवारों की सूची में ‘नारी शक्ति वंदन कानून’ का असर नहीं दिख रहा है.
230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में बीजेपी अब तक उम्मीदवारों की तीन सूचियां जारी कर चुकी है, जिसमें कुल 79 उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है. सूची के अनुसार, अब तक जारी 79 उम्मीदवारों में से केवल 12 महिलाओं को नामांकित किया गया है। यानी अब तक जारी किए गए उम्मीदवारों की संख्या में से 15 फीसदी महिलाओं को टिकट दिया गया है.
आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में केवल 21 महिलाएं चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधानसभा पहुंची थीं. इनमें बीजेपी के 11, कांग्रेस के 9 और बीएसपी का एक विधायक शामिल हैं. 2018 के चुनावों में, भाजपा ने 10% महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, कांग्रेस ने 12% महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा।
पिछले 4 चुनावों की बात करें तो 2003 में बीजेपी ने 8 फीसदी से भी कम महिलाओं को मैदान में उतारा था, जबकि कांग्रेस ने करीब 15 फीसदी महिलाओं को मैदान में उतारा था. 2008 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 10 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जबकि कांग्रेस ने 12 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा।
2013 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने फिर 10 फीसदी टिकट दिए, वहीं कांग्रेस ने भी 10 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए. वहीं, पिछले चुनाव यानी 2018 में बीजेपी ने 10 फीसदी से ज्यादा महिलाओं को मैदान में उतारा था, जबकि कांग्रेस ने 12 फीसदी से ज्यादा महिलाओं को टिकट दिया था.
2003 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 18 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. वहीं, कांग्रेस ने इस चुनाव में 34 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था. बीजेपी की 15 महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस की तीन महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की.
2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जिनमें से 15 महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचीं. वहीं, इस साल कांग्रेस ने 28 महिला उम्मीदवारों को उम्मीदवार बनाया. इनमें से 6 महिलाओं ने जीत हासिल की.
2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. उनमें से 17 जीते. वहीं, 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 23 महिलाओं को टिकट दिया था, जिनमें से 6 महिलाओं ने जीत हासिल की थी.
पिछली बार यानी 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 24 महिलाओं को टिकट दिया था. इनमें से 11 महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचीं. वहीं, कांग्रेस ने 2018 में 28 महिलाओं को टिकट दिया, जिनमें से 9 उम्मीदवार जीते।