पेरिस: क्ले कोर्ट के बेताज बादशाह स्पेन के राफेल नडाल ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच को रविवार को एकतरफा अंदाज में 6-0, 6-2, 7-5 से हराकर क्ले कोर्ट ग्रैंड स्लेम फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट की लाल बजरी पर अपनी 100वीं जीत दर्ज की, 13वीं बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता और स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के 20 ग्रैंड स्लेम खिताबों के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।

नडाल और जोकोविच के बीच ब्लॉकबस्टर फाइनल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन नडाल ने फाइनल को पूरी तरह एकतरफा बनाते हुए मैच दो घंटे 41 मिनट में समाप्त कर दिया। जोकोविच पर सेमीफाइनल में पांचवीं वरीयता प्राप्त यूनान के स्तेफानोस सितसिपास के खिलाफ पांच सेटों में मिली जीत की थकान नजर आयी और वह अपना सौ फीसदी प्रदर्शन नहीं कर सके। नडाल ने फ्रेंच ओपन में 102 मैचों में 100वीं जीत हासिल की।

नडाल ने इस जीत से स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के 20 ग्रैंड स्लेम खिताबों के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। जोकोविच और नडाल के बीच करियर का यह 56वां मुकाबला था और नडाल ने जोकोविच के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 27-29 कर लिया है।

क्ले कोर्ट मास्टर ने फ्रेंच ओपन में 2005, 2006, 2007, 2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019 और 2020 में खिताब जीते हैं। उन्होंने इसके अलावा एक बार ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009), दो बार विम्बलडन (2008, 2010) और चार बार यूएस ओपन (2010, 2013, 2017, 2019) खिताब जीते हैं।

सर्बिया के जोकोविच इटालियन ओपन का खिताब जीतकर फ्रेंच ओपन में उतरे थे लेकिन फाइनल में नडाल के सामने कोई चुनौती नहीं पेश कर सके। जोकोविच ने इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था लेकिन यूएस ओपन में महिला लाइन जज को बॉल मारने के कारण उन्हें चौथे दौर में बाहर कर दिया गया था। फ्रेंच ओपन के फाइनल में उनका सफर नडाल ने तीन सेटों में थाम लिया। जोकोविच को अब 18वें ग्रैंड स्लेम के लिए अगले साल का इंतजार करना होगा।
फ्रेंच ओपन में दोनों खिलाड़ियों के बीच यह आठवां मुकाबला था और नडाल का रिकॉर्ड 7-1 पहुंच गया है। जोकोविच ने नडाल को फ्रेंच ओपन में एकमात्र बार 2015 के क्वार्टरफाइनल में पराजित किया था। जोकोविच की इस साल यह दूसरी पराजय थी और 2020 में उनका रिकॉर्ड 37-2 हो गया है।

वर्ष 2016 में यहां चैंपियन रह चुके जोकोविच का दूसरे फ्रेंच ओपन खिताब का सपना इस बार पूरा नहीं हो सका। वह फाइनल में अपनी प्रतिष्ठा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सके और पहला सेट 0-6 से हारने के बाद उनके लिए वापसी करना मुश्किल हो गया। उन्होंने मैच में 52 बेजां भूलें की जो उन पर भारी पड़ गयीं।

34 वर्षीय नडाल ने फाइनल में सेट बिना कोई गेम गंवाए 6-0 से जीत लिया। नडाल का जोकोविच के खिलाफ 56 मैचों की प्रतिद्वंद्विता में यह सिर्फ दूसरा मौका था जब नडाल ने कोई सेट 6-0 से जीता। हालांकि नडाल ने चौथे गेम में तीन ब्रेक अंक बचाये। पहला सेट 45 मिनट तक चला।
दूसरा सेट 47 मिनट तक चला और 33 वर्षीय जोकोविच के रैकेट से बेजां भूलें निकलती रहीं। नडाल ने दूसरा सेट 6-2 से जीता। तीसरे सेट में कुछ संघर्ष हुआ और पहले 10 गेम के बाद स्कोर 5-5 से बराबर था। नडाल ने 11वें गेम में महत्वपूर्ण ब्रेक हासिल किया और 6-5 की बढ़त बना ली। 12वें गेम में नडाल फ्रेंच ओपन में 100वीं जीत और 20वें ग्रैंड स्लेम खिताब के लिए सर्विस कर रहे थे। नडाल ने जल्द ही 40-0 की बढ़त बना ली और फिर एस लगाते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल कर ली।

नडाल इस जीत के बाद कोर्ट पर घुटनों के बल बैठ गए। नडाल के करियर की यह 999वीं जीत थी और वह टेनिस इतिहास में 1000 जीत हासिल करने वाला चौथा खिलाड़ी बनने से एक जीत दूर रह गए हैं। उनसे आगे जिमी कोनर्स (1274), रोजर फेडरर (1242) और इवान लेंडल (1068) हैं।