नवंबर महीने में शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी आई तो म्यूचुअल फंड निवेशकों ने इसका फायदा उठाकर जमकर मुनाफा वसूली की. लेटेस्ट डाटा के मुताबिक नवंबर में इक्विटी म्यूचुअल फंड से निवेशकों ने 30760 करोड़ रुपये निकाले हैं. सेबी के इस नए डाटा के साथ ही जून के बाद से अबतक इक्विटी फंडों से निवेशकों ने नेट 68,400 करोड़ रुपये की निकासी कर ली है. एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार की तेजी में इक्विटी फंडों का रिटर्न बेहतर हुआ है, इस वजह से मुनाफा वसूली बढ़ गई है. असल में कोरोना महामारी के चलते ज्यादातर फंडों का रिटर्न बिगड़ गया था. ऐसे में जरा भी बेहतर रिटर्न देखकर वे मुनाफा वूसी कर रहे हैं.

बाजार ने जहां रिकॉर्ड हाई टच किया और निफ्टी PE वैल्युएशन 36 गुना से ज्यादा क्रॉस कर गया, बाजार में मुनाफा वसूली बढ़ी है. इसी वजह से सितंबर और अक्टूबर की तुलना में नवंबर में बाजार से निवेशकों ने ज्यादा निकासी की है. उनका कहना है कि भले ही विदेशी निवेशक बाजार में पैसे लगा रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी से हुए नुकसान को देखते हुए अभी तक रिटेल निवेशकों द्वारा निवेश नॉर्मल नहीं हो पाया है.

नवंबर में बाजार में अच्छी खासी रैली देखने को मिली है. जिसके बाद से बहुत से निवेशक मुनाफा वसूली करने के लिए प्रेरित हुए हैं. अगर बाजार में करेक्यान नहीं हुआ तो यह मुनाफा वसूली और बढ़ सकती है. मॉर्निंगस्टार इंडिया के डायरेक्टर कौस्तुभ बेलापुरकर का कहना है कि आगे की बात करें तो अगर इकोनॉमी के मजबूती से रिकवरी का ट्रिगर मिलता है या मार्केट में करेक्शन आता है, तो इक्विटी फंडों में एक बार फिर निवेशक पैसा लगाएंगे.

म्यूचुअल फंड निवेशकों ने अक्टूबर में इक्विटी फंडों से 30,760 करोड़ रुपये निकाले हैं. जिससे जून के बाद से अबतक कुल निकासी 68,400 करोड़ रुपये की हो चुकी है. अक्टूबर में निवेशकों ने 14,492 करोड़ रुपये, सितंबर में 4,134 करोड़ रुपये, अगस्त में 9,213 करोड़ रुपये, जुलाई में 9,195 करोड़ और जून में 612 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी.