मुंबई टेस्ट: आठ गेंदों में न्यूज़ीलैण्ड ने छीन ली भारत से बढ़त
टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में है. मुकाबले में न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी पहली पारी में 235 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम ने पहले दिन (1 नवंबर) स्टम्प तक अपनी पहली पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 86 रन बना लिए. ऋषभ पंत 0 और शुभमन गिल 31 रन बनाकर क्रीज पर हैं. भारतीय टीम पहली पारी के आधार पर कीवी टीम से अब भी 149 रन पीछे है.
भारतीय टीम सीरीज पहले ही गंवा चुकी है, अब वह इस मुकाबले को जीतकर सम्मान बचाना चाहेगी. वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल के क्वालिफिकिशन के लिहाज से भी भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला महत्वपूर्ण है. मौजूदा सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु में खेला गया था, जिसमें रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को 8 विकेट से हार मिली. फिर पुणे में खेले गए सीरीज के दूसरे मुकाबले को भी न्यूजीलैंड ने 113 रनों से जीतकर सीरीज में अजेय बढ़त ले ली थी. देखा जाए तो इस मैदान पर कीवी टीम अपना चौथा टेस्ट खेलने उतरी है. इससे पहले न्यूजीलैंड ने जो तीन मैच खेले थे, उसमें उसे एक में जीत और दो में हार का सामना करना पड़ा था.
भारतीय टीम की पहली पारी में शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने सस्ते में कप्तान रोहित शर्मा का विकेट गंवा दिया. रोहित 18 रन बनाकर तेज गेंदबाज मैट हेनरी की गेंद पर कप्तान टॉम लैथम के हाथों लपके गए. रोहित शर्मा के आउट होने के समय भारत का स्कोर 25/1 रन था. इसके बाद यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के बीच दूसरे विकेट के लिए 53 रनों की पार्टनरशिप हुई. एजाज पटेल ने यशस्वी (30 रन) को बोल्ड करके इस साझेदारी का अंत किया. फिर एजाज पटेल ने अगली ही गेंद पर नाइटवॉचमैन मोहम्मद सिराज (0) को भी एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. भारतीय टीम को पहले दिन सबसे बड़ा झटका विराट कोहली (4 रन) के रूप में लगा, जो मैट हेनरी के डायरेक्ट थ्रो पर रनआउट हुए. कोहली ने 4 रन बनाए.
पहली पारी में न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही. चौथे ही ओवर में कीवी टीम को पहला झटका लग गया, जब डेवोन कॉन्वे तेज गेंदबाज आकाश दीप की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. कॉन्वे ने 11 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 4 रन बनाए. कॉन्वे के आउट होने के समय न्यूजीलैंड का स्कोर 15/1 रन था. इसके बाद टॉम लैथम और विल यंग ने 44 रनों की पार्टनरशिप की. वॉशिंगटन सुंदर ने लैथम (28 रन) को आउट करके इस साझेदारी का अंत किया. सुंदर ने इसके बाद रचिन रवींद्र को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई. रवींद्र 5 रन बनाकर सुंदर की गेंद पर बोल्ड हो गए.
यहां से डेरिल मिचेल और विल यंग के बीच चौथे विकेट के लिए 87 रनों की पार्टनरशिप हुई. रवींद्र जडेजा ने इस पार्टनरशिप को ब्रेक किया. जडेजा ने पहले विल यंग को कप्तान रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराया. यंग ने चार चौके और दो सिक्स की मदद से 138 गेंदों पर 71 रन बनाए. फिर जडेजा ने 45वें ओवर ही टॉम ब्लंडेन को भी बोल्ड कर दिया, जो खाता नहीं खोल सके. ब्लंडेल के आउट होने के समय न्यूजीलैंड का स्कोर 159/5 रन था. जडेजा ने ग्लेन फिलिप्स (17 रन) को भी सस्ते में आउट कर दिया.
रवींद्र जडेजा ने इसके बाद ईश सोढ़ी (7 रन) और मैट हेनरी (0) को एक ही ओवर में चलता कर पारी में अपने पांच विकेट पूरे किए. जडेजा ने 14वीं बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट हॉल लिया है. फिर न्यूजीलैंड को नौवां झटका डेरिल मिचेल के रूप में लगा, जो सुंदर की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच थमा बैठे. मिचेल ने 129 गेंदों पर 82 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल रहे. आखिर में सुंदर ने एजाज पटेल (7 रन) को आउट करके कीवी टीम की पहली पारी का अंत कर दिया. सुंदर का पारी में ये चौथा विकेट रहा.
बता दें कि इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम में बड़ा बदलाव किया गया. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ये मुकाबला खेल नहीं रहे हैं. उनकी जगह मोहम्मद सिराज को शामिल किया है. दूसरी ओर न्यूजीलैंड की टीम में ईश सोढ़ी और मैट हेनरी की एंट्री हुई है. मिचेल सेंटनर और टिम साउदी इस मैच का हिस्सा नहीं है.
न्यूजीलैंड की टीम ने पहली बार 1955 में भारत का दौरा किया था, तब उसे 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से हार झेलनी पड़ी थी. इस सीरीज के तीन मुकाबले ड्रॉ रहे थे. इसके बाद न्यूजीलैंड टीम 1965 में भारत आई और इस बार भी उसे एक भी टेस्ट जीतने का मौका नहीं मिला. तब भारत ने 4 टेस्ट की सीरीज में 1-0 से हराया था. 3 टेस्ट ड्रॉ रहे थे. फिर 4 साल बाद यानी 1969 में एक बार कीवी टीम ने भारत का दौरा किया और इस बार भारतीय जमीन पर उसने पहला टेस्ट जीता. इस बार न्यूजीलैंड 3 मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबर करने में सफल रही थी.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी टेस्ट सीरीज नवंबर 2021 में हुई थी. यह सीरीज भारतीय जमीन पर ही हुई थी, जहां न्यूजीलैंड को 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से हार झेलनी पड़ी थी. यदि ओवरऑल टेस्ट सीरीज और मैचों का रिकॉर्ड देखा जाए तो इसमें भारतीय टीम का ही पलड़ा भारी नजर आता है. मगर मौजूदा सीरीज को जीतकर न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को गहरा आघात पहुंचाया है.