ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी का पाकिस्तान पर हमला
आतंकवादियों का समर्थन और सहायता करने वाले देशों को दोषी ठहराया जाय
नई दिल्ली: आतंकवाद दुनिया के सामने “सबसे बड़ी समस्या” है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आतंकवादियों का समर्थन करने और उनकी सहायता करने वाले देशों को दोषी ठहराया जाय| वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस ब्रिक्स सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन , चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो शामिल थे.
बिना नाम लिए पाकिस्तान पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन के दौरान पाकिस्तान का बिना नाम लेते हुए कहा, “आतंकवाद आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी समस्या है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों का समर्थन करने वाले देशों को जवाबदेह ठहराया जाए और इस समस्या से एक संगठित तरीके से निपटा जाए.”
आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का ज़िक्र
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू की है. यह अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि एक आत्म निर्भर भारत कोविड-19 के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फोर्स मल्टीप्लायर हो सकता है और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एक मजबूत योगदान दे सकता है.”
150 से अधिक देशों को दवाइयां भेजने की बात
पीएम ने कहा, “‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान उदहारण हमने कोविड के दौरान भी देखा, जब भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण हम 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाए. हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी
निर्णयों का मूल्यांकन
मोदी ने कहा कि, “2021 में BRICS के 15 वर्ष पूरे हो जाएंगे. पिछले सालों में हमारे बीच लिए गए विभिन्न निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए हमारे शेरपा एक रिपोर्ट बना सकते हैं. इसी के साथ 2021 में अपनी अध्यक्षता के दौरान हम BRICS के तीनों स्तंभों में इंट्रा-ब्रिक्स सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे.”