राजस्थान: राजभवन में धरने पर बैठे विधायक, नारे जारी, राज्यपाल ने कहा मामला सुप्रीम कोर्ट में
जयपुर: राजस्थान हाईकोर्ट से सचिन पायलट गुट को राहत मिलने के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की गई है, तो वहीँ राज्यपाल कलराज मिश्र ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए सत्र बुलाने से मना कर दिया है। अशोक गहलोत विधायकों को साथ लेकर राजभवन पहुंचे हैं। इस दौरान गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की है जबकि उनके विधायक राज भाव के लॉन पर धरने में बैठ गए हैं। इससे पहले हाईकोर्ट ने अपने निर्णय में विधानसभा स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया था यानी पायलट खेमे के विधायकों को अभी अयोग्य करार नहीं दिया जा सकता है।
इस बीच खबर है कि राज्यपाल कलराज मिश्रा लॉन में धरने पर बैठे विधायकों से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान राज्यपाल ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। विचार-विमर्श के लिए समय चाहिए।
इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी गुंडागर्दी कर रही है। क्या गवर्नर अनुच्छेद 174 के तहत विधानसभा सत्र बुलाने से इंकार कर सकते है? जब कांग्रेस सरकार विधानसभा सत्र बुलाना चाहती है तो बीजेपी भाग क्यों रही है? कब तक जनमत का चीरहरण करेंगे?
इससे पहले सीएम गहलोत ने कहा कि पार्टी सोमवार से विधानसभा सत्र चाहती है। लिहाजा राज्यपाल कालराज मिश्रा को सत्र बुलाने के लिए कहा है। गहलोत ने मीडिया से कहा, “हम चाहते हैं कि विधानसभा सत्र बुलाया जाए, ताकि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा सके। हमें उम्मीद थी कि राज्यपाल कल रात सत्र के लिए अधिसूचना जारी करेंगे, लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया गया है। हमें विश्वास है कि वह दबाव के अधीन हैं। “