टिकटॉक को खरीदने की तैयारी में माइक्रोसॉफ्ट
नई दिल्ली: एक तरफ अमरीका के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कई वह अमरीका में टिकटॉक (tik tok) पर बैन लगा सकते हैं वहीँ दूसरी ओर अमेरिका की ही दिग्गज कंपनी टिक टॉक की कमान अपने हाथ में लेने की तैयारी कर रही है। फॉक्स न्यूज (fox news) के रिपोर्ट कि मानें तो टिक टॉक के अमेरिका में कारोबार को खरीदने को लेकर दिग्गज आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (microsoft) से बात चीत कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सौदा 10 अरब डॉलर से अधिक राशि में हो सकता है।
टिकटॉक समेत 106 चीनी ऐप पर भारत में प्रतिबन्ध
भारत ने टिकटॉक समेत 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया है और इस कदम का अमेरिकी प्रशासन एवं सांसदों दोनों ने स्वागत किया है। ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, “हम कुछ अन्य चीजें भी कर सकते हैं। कई विकल्प हैं। लेकिन इस बीच बहुत सारी चीजें हो रही हैं तो देखना होगा कि क्या होता है। पर टिकटॉक के संबंध में हम बहुत सारे विकल्पों को देख रहे हैं।” “
अरबों डॉलर की हो सकती हैं डील
“वॉल स्ट्रीट जर्नल” (wall street journal) ने शुक्रवार की रात खबर दी कि भारतीय मूल के अमेरिकी सत्य नडेला (satya nadela) की अगुवाई वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक के अमेरिकी काम-काज को अधिगृहित करने की वार्ता में काफी आगे बढ़ चुकी है। यह सौदा अरबों डॉलर का हो सकता है।
अमरीका में वैल्यूएशन
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका में टिकटॉक की वैल्यूएशन 20 से 40 बिलियन डॉलर के बीच हो सकती है। अधिकांश कंपनियों को यह कदम उठाने में राजनीतिक रूप से मुश्किल होने की संभावना होगी।
और भी कम्पनियाँ हैं दौड़ में
फेसबुक, गूगल, अमेजन और एपल के सीईओ को इसी सप्ताह बाजार प्रतिस्पर्धा संबंधी अमेरिकी कांग्रेस के सवालों का जवाब देना पड़ा है। इन चारों में से कोई भी कंपनी टिकटॉक को अपने उत्पाद की पेशकश में फिट कर सकती हैं। हालांकि, इन कंपनियों की ओर से किए गए पुराने सौदे जांच के घेरे में हैं।
सौदेबाज़ी के लिए बातचीत जारी
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट और बाइटडांस के बीच अडवांस टॉक जारी है। संभव है कि सोमवार तक यह डील फाइनल हो जाए। बता दें कि बाइटडांस टिकटॉक की पैरंट कंपनी है।अखबार ने खबर दी, “मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक सोमवार तक एक सौदा पूरा हो सकता है और इस बातचीत में माइक्रोसॉफ्ट, बाइटडांस और व्हाइट हाउस के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं। बातचीत में बदलाव संभव है और सौदा नहीं भी हो सकता है।”