क़स्बा फतेहपुर में 12 रबीउल अव्वल की तैयारियों पर बैठक, प्रोग्रामों का पोस्टर जारी
फहीम सिद्दीकी
फतेहपुर बाराबंकी।
अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड के अंतर्गत सीरत कमेटी की 12 रबीउल अव्वल के मौके पर होने वाले ऐतिहासिक चार दिवसीय कार्यक्रमों से सम्बंधित बैठक बाद नमाज़ इशा अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड फतेहपुर के कार्यालय मे हुई। बैठक का संचालन मास्टर अहमद सईद हर्फ़ ने किया। अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड के उपाध्यक्ष मौलाना मो0 साबिर क़ासमी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन चार दिवसीय कार्यक्रम की दीनी व क़ौमी एतेबार से बड़ी एहमियत है। इन चार दिवसीय कार्यक्रम में 11 रबीउल अव्वल को बाद नमाज़ इशा मदरसों के छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिसमें छात्र किरत, नात, तक़रीर व मुकालमा प्रस्तुत करते हैं, 12 रबीउल अव्वल को दिन में जुलूस मदहे-सहाबा रजि0 निकाला जाता है, 13 रबीउल अव्वल को बाद नमाज़ इशा उलमाए-किराम की तक़रीर होती हैं और 14 रबीउल अव्वल को बाद नमाज़ इशा ऑल इण्डिया मुशायरा नात व मदहे-सहाबा रजि0 होता है। मुफ़्ती मो0 नजीब क़ासमी ने अपने सम्बोधन में कहा कि दीनी कार्यक्रम हमारी क़ौम और मिल्लत के लिए बहुत ज़रूरी हैं, 12 रबीउल अव्वल को निकलने वाले जुलूस में शामिल अंजुमनें मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की शान में नात पढ़ती हैं, आक़ा और उनके जाँनिसार सहाबा की तारीफ करती हैं। जेली सीरत कमेटी के सचिव मो0 शाकिर बहलीमी ने कहा कि ये कार्यक्रम साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाने में अपनी बहुत एहम भूमिका निभाते हैं। इन कार्यक्रमों में प्रत्येक व्यक्ति को अपना सहयोग देना चाहिए, यदि किसी को कहीं पर कोई बात समझ में नहीं आती है तो अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड के पदाधिकारियों या सीरत कमेटी के पदाधिकारियों से सम्पर्क कर सकता है। अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड के अध्यक्ष मो0 असलम एडवोकेट ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम सभी को यह चार दिवसीय कार्यक्रम अमन और शान्ति के साथ सम्पन्न कराना है। जुलूस में इस बार बच्चियों की अंजुमनों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है। अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड की प्रबंधकारिणी समिति की ओर से जुलूस की निगरानी के लिए वॉलेंटियर बनाए जाएँगे। अंजुमन मुस्लिम आना फण्ड की प्रबन्ध समिति जुलूस में शिरकत करने वाली अंजुमनों के सदर व सेक्रेटरी के साथ बैठक करके विचार विमर्श करेगी, ताकि जुलूस में कहीं किसी को कोई दिक़्क़त पेश न आए। मीटिंग का समापन मौलाना मो साबिर क़ासमी की दुआ पर हुआ।
इस अवसर पर डॉ रियाजुद्दीन, अतीक अहमद, हाजी शेख मतिउल्लाह, हाजी एजाज़ अहमद अंसारी,कफील खान,अज़ीज़ुर्रह्मान, हाजी नसीरुद्दीन,मो सलमान अंसारी, मो आकिल राजा, मो अनवर एडवोकेट,हाजी नूरुल हसन खां, पत्रकार जावेद अख़तर, मुकीतुर्रह्मान,नूर मियाँ, राशिद अली, मो सुहैल, मो सनी,जावेद यूसुफ,शादाब अनवर,हस्सान साहिर,मो अनस सलमानी आदि लोग उपस्थित रहे।