मीशो ने UP में 1 लाख से अधिक MSME’s को अपने साथ जोड़ा
ई-कॉमर्स कंपनी के प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं की कुल संख्या 7 लाख के पार
लखनऊ
भारत की सबसे तेजी से बढ़ती इंटरनेट कॉमर्स कंपनी मीशो नेबताया है कि यूपी के 1 लाख से अधिक छोटे व्यवसाय उसके प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत हो चुके हैं। कंपनी ने इंडस्ट्री में सबसे पहले जीरो कमीशन और जीरो पेनल्टी जैसे कदम उठाए और इसके बाद पिछले एक साल में उत्तरप्रदेश प्रांत से बड़ी संख्या में एमएसएमई कंपनी के प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ते चले गए। इस क्षेत्र में आपूर्तिकर्ताओं द्वारा पसंद की जाने वाली टॉप कैटेगरी में परिधान, आभूषण, पर्सनल केयर और वेलनैस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू सजावट की वस्तुएं शामिल हैं।
स्थापना के बाद से, मीशो ने देश भर में, खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में एसएमबी को सपोर्ट करने और उन्हें सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं की कुल संख्या 7 लाख को पार कर गई है, पंजीकरण पिछले साल की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ रहे हैं।
मीशो ने एमएसएमई को डिजिटाइज़ करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे वे बड़े और व्यापक कस्टमर बेस का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। जनवरी 2021 से अब तक 1.2 लाख छोटे व्यवसाय के मालिक लखपति बन गए हैं, जबकि 8,000 से अधिक करोड़पति बन गए हैं। मीशो पर विक्रेताओं ने औसतन दो साल में अपने कारोबार में 82 फीसदी की बढ़ोतरी देखी है। सभी मीशो विक्रेताओं में से लगभग 50 प्रतिशत अमृतसर, राजकोट और तिरुपुर जैसे टियर 2$ शहरों से हैं, जो इंटरनेट कॉमर्स को सभी के लिए उपलब्ध कराने के कंपनी के मिशन को रेखांकित करते हैं।
कंपनी की इस विकास यात्रा पर टिप्पणी करते हुए, लक्ष्मीनारायण स्वामीनाथन, सीएक्सओ, सप्लाई ग्रोथ, मीशो ने कहा, ‘‘हमारे देश में तेजी से बढ़ते उद्यमशीलता के ट्रेंड को सपोर्ट करने के लिए, मीशो छोटे व्यवसायों को बढ़ने और ऑनलाइन सफल होने में मदद करने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म का निर्माण कर रहा है। हमने इंडस्ट्री में सबसे पहले जीरो कमीशन और जीरो पेनल्टी जैसे कदम उठाए, जिसके बाद एमएसएमई की बढ़ती संख्या ने हमारे साथ साझेदारी करने का विकल्प चुना है। हमने 2021 की तुलना में इस साल उत्तरप्रदेश में अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल होने वाले विक्रेताओं की संख्या में 3 गुना वृद्धि दर्ज की है।’’
‘‘आज मीशो अकेला ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां स्तरों के आधार पर विक्रेताओं में फर्क नहीं किया जाता है और न ही हमारे पास कोई निजी लेबल या होलसेल का कोई खेल है।’’
लखनऊ की रहने वाली सुमन अग्रवाल मीशो के माध्यम से महिलाओं के परिधान बेचती हैं। वे कहती हैं, ‘‘मैं हमेशा से अपना ही कोई कारोबार शुरू करना चाहती थी, ताकि मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकूं। जब मेरे बच्चे स्कूल जाने लगे, तो मैंने खुद को व्यस्त रखने के लिए एक छोटा सा बुटीक खोला। जैसे ही मैंने ई-कॉमर्स के माध्यम से खुदरा बिक्री शुरू की, इसके बाद मुझे पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी। एक डेडिकेटेड मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट के साथ, रुद्राक्ष क्रिएशंस को अब दैनिक आधार पर सैकड़ों ऑर्डर मिलते हैं। आज मेरा व्यवसाय पूरी तरह से ऑनलाइन है और 150 कर्मचारियों की आजीविका हमारे बुटीक के जरिये चलती है।’’
देश में संचालित किए जा रहे छोटे व्यवसायों में से अधिकतर आज भी तकनीकी रूप से जानकार और मोबाइल-फर्स्ट नहीं हैं। मीशो देश में छोटे व्यवसायों के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के तहत ग्राहकों और विक्रेताओं के लिए एक इंटीग्रेटेड ई-कॉमर्स मोबाइल ऐप लॉन्च करने वाली पहली भारतीय कंपनी है। इस ऐप के माध्यम से, विक्रेता अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं, चाहे वह ऑर्डर प्रोसेसिंग से जुड़ा मामला हो या पेमेंट ट्रैकिंग या फिर इन्वेंट्री मैनेजमेंट से संबंधित मामला हो।
हर किसी के लिए इंटरनेट कॉमर्स को सहज और सुलभ बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए कंपनी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ऑफ़लाइन से ऑनलाइन में परिवर्तन की प्रक्रिया भी सरल और निर्बाध हो।