रिंकू सिंह के शॉट्स में बढ़ रही है परिपक्वता
कोलकाता नाइट राइडर्स ने रविवार शाम को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए टाटा आईपीएल 2023 मुकाबले में शीर्ष क्रम की विफलता से उबरते हुए दूसरे स्थान पर काबिज चेन्नई सुपर किंग्स को छह विकेट से हरा दिया। कोलकाता ने पावरप्ले के अंदर अपने पहले तीन विकेट गंवा दिए थे। ऐसे नाजुक हालात में, कप्तान नीतीश राणा (नाबाद 57 रन, 44गेंदें, 6×4, 1×6) और रिंकू सिंह (54 रन, 43गेंदें, 4×4, 3×6) ने 99 रन की बहुमूल्य साझेदारी करके केकेआर को जीत दिलाई। इससे पहले, नाइट राइडर्स की ओर से की गई अनुशासित गेंदबाजी ने चेन्नई को 144 रन के मामूली स्कोर पर रोक दिया। चेन्नई की ओर से शिवम दुबे 34 गेंदों में 48 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे। केकेआर के लिए सुनील नारायण 2/15 के आंकड़े के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे। इस परिणाम के बाद चार टीमों के 12 अंक हो गए हैं और उनके बीच नेट रन रेट का अंतर हैं – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स। वहीं, इस आज की हार के बावजूद चेन्नई सुपर किंग्स 15 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर बनी हुई है।
रिंकू सिंह टाटा आईपीएल के इस सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के वंडर बॉय रहे हैं। उन्होंने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए एक और मैच जिताऊ पारी खेली, जिसके कारण आईपीएल विशेषज्ञ पार्थिव पटेल ने उनकी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “रिंकू ने एक बार फिर अपनी रेंज दिखाई है। आज वह पावरप्ले के दौरान बल्लेबाजी करने उतरे थे और जिस तरह से उन्होंने रविंद्र जडेजा के खिलाफ बैटिंग की, उनके शॉट्स के चयन में काफी अधिक परिपक्वता थी। वह अपनी बल्लेबाजी के अलग-अलग आयाम दिखा रहे हैं, जैसे कि हमने देखा है कि वह पहले निचले क्रम में खेल रहे थे लेकिन आज उन्होंने ऊपर आकर पावरप्ले में बल्लेबाजी की और तब तक वह खेलते रहे जब तक कुछ रन बाकी रह गए थे। आम तौर पर, हमने उन्हें पारी के अंत तक नॉट आउट देखा है और एक अच्छे बल्लेबाज की सबसे महत्वपूर्ण निशानी है कि वह अपनी टीम के लिए मैच जीतकर लौटे। हालांकि दुर्भाग्य से वह आज रन आउट हो गए, लेकिन उससे पहले उन्होंने मैच को ऐसी स्थिति में ला दिया जहां से केकेआर नहीं हार सकता था।”
जल्दी-जल्दी तीन विकेट गंवाने के बाद नाइट राइडर्स निश्चित रूप से परेशानी में थे। हालांकि, नितीश राणा और रिंकू सिंह के बीच 99 रन की साझेदारी ने टीम को दो महत्वपूर्ण अंक दिला दिए। विशेषज्ञ ब्रेट ली ने इस महत्वपूर्ण साझेदारी की खूब प्रशंसा की और कहा, “स्पिन गेंदबाजी के माकूल विकेट पर, धीमी गेंदों ने अच्छा काम किया लेकिन दोनों ने गेंदबाजों को दबाव में रखा। मोइन अली जैसे गेंदबाजों को भी उन्होंने नहीं बख्शा। उन्होंने मोइन पर शुरुआत से ही हमला किया, उन्हें सही लेंथ नहीं पकड़ने दी और वह क्या कर पाते, क्योंकि उन्होंने वास्तव में गेंदबाज को अत्यधिक दबाव में डाल दिया था। इसलिए, उन्होंने हालात माकूल बनाने का तरीका ढूंढ लिया है, मुझे लगता है कि आज रात यह उनकी खासियत रही।”
उन्होंने कहा, “उन्होंने अपने कदमों का इस्तेमाल किया, उन्होंने क्रीज पर आगे बढ़कर कुछ शॉट लगाए और वे गेंद के आस-पास मंडराने से भी नहीं डरे। जब उन्हें इसकी जरूरत हुई, उन्होंने ऐसा किया था। उन्होंने केवल पावर हिटिंग नहीं की, बल्कि सिंगल और डबल से स्कोर बोर्ड को चलायमान रखा। और जब बाउंड्री के लायक ढीली गेंद मिली, तो उन्होंने उस पर चौका या छक्का मार दिया।”